दिमागी बुखार प्रभावित गांवों में तत्काल टीकाकरण शुरु कराये स्वास्थ्य महकमा– डीएम
अनीस खान
सिद्धार्थनगर।वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत एम.डी.ए. 2017 हेतु समन्यवय समिति की जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें जेई (दिमागी बुखार) प्रभावित गांवों में तत्काल टीकाकरण के निर्देश दिये गये।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने उपस्थित समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश देते हुए बताया है कि वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत एमण्डी 2017 के अन्तर्गत टीकाकरण अभियान दिनाक 23, 24, एवं 25 नवम्बर 2017 को आयोजित किया जायेगा। फाइलेरिया हाइड्रोसील रोगियों का निशुल्क आपरेशन किया जायेगा। फाइलेरिया रोग पर नियंत्रण हेतु 02 वर्ष से ऊपर सभी व्यक्तियों को वर्ष में एक बार डीईसी एवं एल्बेन्डाल की खुराक खिलाना चाहिए। जिलाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2020 तक जनपद को फाइलेरिया रोग से से मुक्त कर दिया जायेगा।
जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने सभी समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सभी प्रकार के टीकाकरण को लगवाना सुनिष्चित करे। सभी गाॅवों की एएनएम/आशा-बहू के माध्यम से टीकाकरण का कार्यक्रम पूर्ण कराया जाये। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि जिन गावों में जेई के मरीज चिन्हित किये गये है वहा पर निरीक्षण कराते हुए पुनः टीकारण कराया जाये। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से दवाओं आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी।
जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंन्दना योजना के अन्तर्गत गर्भवती महिलायें रजिस्ट्रेशन कराने पर गर्भवती महिला के 05 माह पूर्ण होने पर रू0 1000 रू की धनराशि प्राप्त होगी तथा 06 माह पूर्ण होने पर रू0 2000 तथा डिलेवरी के समय रू0 2000 की धनराशि गर्भवती को आनलाइन गर्भवती महिला के बैंक खाते के माध्यम से प्राप्त होगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की त्रैमासिक समीक्षा की गयी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि समस्त स्कूल/अरॅगनबाड़ी केन्द्रों पर आयरन की गोली का वितरण कराया जाये। आयरन एक पोषण तत्व है तथा साथ ही साथ यह भी बताया गया कि आयरन की गोली भोजन करने के बाद ही बच्चों को खिलाया जाये। आयरन की गोली का प्रयोग खानी करना चाहिए।