गालापुर मंदिर का होगा विस्तारीकरण, पूर्वजों की विरासत बचाना दायित्व–धनुर्धर प्रताप सिंह
अजीत सिंह

गालापुर मंदिर प्रांगण में धर्म उत्थान पर चर्चा करते कुंवर धनुुर्घर के पिता राजा योगेन्द्र प्रताप सिंह
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज क्षेत्र के गालापुर में स्थित मंदिर के विस्तार और सौंदर्याकरण का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने इसके लिए साढे तीन करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। धनुर्धर प्रताप सिंह ने धन के शीघ्र अवमुक्त होने की उम्मीद की है। उन्ेंने कहा है कि कलहंस राजपूत अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय विरासत के संरक्षण के लिए पूरी तरह सजग हैं।
बता दें कि यह मंदिर शोहरतगढ़ राज परिवार के घराने का है। कुंवर धनुर्धर सिहं शोहरतगढ़ के राजा योगेन्द्र प्रताप के पुत्र है और हिंदू युवा वाहिनी से जुड़े हैं। वह गालादेवी मंदिर के सौंदर्यीकरण के प्रयास में लगे हैं। उन्होंने कहा है कि वह शीघ्र ही अपने परिवार से जुडे मंदिरों को चिन्हित कर उनके विकास के लिए अपने स्तर से प्रयास करेंगे। इस कार्य को उनके पिता राजा योगेन्द्र प्रताप सिंह का पूरा आशीर्वाद और संरक्षण मिलेगा।
उन्होंने बताया कि डुमरियागंज के विधायक राघवेन्द्र सिंह के प्रयास से मंदिर के विकास के लिए शासन ने साढे तीन करोड़ रुपया देने की घोषणा की है। पहले चरण में मंदिर की बाउंड्री के साथ आवासीय भवन व सड़क आदि बनेंगी। इसके अलावा छूटे काम वह खुद के संसाधन से करायेंगे। उन्होंने कहा कि जिले में कठला, चौखड़ा व शोहरतगढ़ समेत जिले के कई स्थानों पर उनके पूर्वजों द्धारा स्थापित मंदिरों के विकास के लिए नया खाका खींचा जयगा।
कुंवर धनुर्धर प्रताप ने कहा कि भारत देव भूमि है। कोई देवता उपेक्षित न रहे, यह हर भारतवासी का कतर्व्य है। इसी सिद्धांत के तहत मै हिंदू युवा वाहिनी के तत्वावधान में अपने जिले के मंदिरों को भव्य और प्रतिष्ठित बनाने के काम को एक आंदोलन का रुप देने को संकल्ति हूं। जल्द ही इस विषय पर चिंतन कर बड़ा काम करने का फैसला होगा। उन्होंने कहा कि गालापुर देवी मंदिर से इसकी शुरुआत की जा रही है। अरगे और भी कार्यक्रम बनेंगे। उन्होंने एेसे कार्य में सभी के सहयोग की अपेक्षा की है।