पूर्व बसपा अध्यक्ष शेखर व पूर्व एमएलसी लालचंद निषाद पर पार्टी से निष्कासन की लटकी तलवार

November 19, 2017 1:53 PM0 commentsViews: 743
Share news

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। बसपा जिला अध्यक्ष शेखर आजाद को हटाये जाने के बाद  उनपर और पूर्व  एमएलसी लाला चंद निषाद पर अब पार्टी से निष्कासन की भी तलवार लटक रही है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक याद जालसाजी प्रकरण से सम्बद्ध रकम उन्होंने पीड़ित को नहीं लौटाया तो दोनों को पार्टी से भी बर्खास्त कर दिया जायेगा। याद रहे कि तीन दिन पहले उन्हें पद से हटाया गया था।

सूत्रों के अनुसार शेखर आजाद और लालचंद निषाद पर बांसी कोतवाली में 20 लाख की धोखड़ा के मामले में दर्ज कराये मुकदमें की अनुगुंज अब बसपा सुप्रीमों मायावती के संज्ञान में भी आ गई है। जिस पर उन्होंने रुपया न लौटाने पर पार्टी से निकालने की बात कही गई है। इस बात से दोनों नेताओं के समर्थर्कों में बेचैनी फैल गई है।

जानकार बताते है कि गत दिवस लखनऊ में सेकेन्ड लाइन के कई नेताओं ने इस प्रकरण की जांच पड़ताल की। इस मामले में ोखर आजाद और बादी फज्ले मसूद की तरफ से नवेद रिज्वी आदि शामिल हुए। पंचायत में २० लाख रुपय लेने की बात सच पाये जाने पर  पूरी जानकारी मायावती जी को दी गई।

बताते हैं कि इसके बाद मायावती ने निर्देश दिया कि शेखर आजाद व  लालचंद निषाद जल्द से जल्द फज्ले मसूद को रकम लौटा दें। नहीं लौटाने पर उन्हें पार्टी से भी निष्कासित कर दिया जाये। बताते चलें कि दोनों नेताओं ने नौकरी दिलाने के लिए फज्ले मसूद से बीस लाख रुपसे लिए थे। जिसे नहीं लौटाने पर उनके खिलाफ बांसी कोतवाली में जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस प्रकरण में तीन दिन पहले शेखर आजाद को बसपा जिलाध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था।

 

 

 

Leave a Reply