नेपाल में पहले चरण का मतदान सोमवार को, 37 लोकसभा, 74 विधानसभा सीटों के लिए पडेंगे वोट
सग़ीर ए खाकसार
सिद्धार्थनगर। पड़ोसी देश नेपाल में लोकसभा और विधानसभाओं के लिए होने जा रहे पहले चरण के चुनाव का प्रचार प्रसार शुक्रवार को थम गया। 26 नवंबर को पहले चरण के लिए वहां 32 जिलों की 37 लोकसभा सीटों और 74 विधानसभाओं के लिए वोट डाले जाएंगे।हिमालयी और उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले चुनाव की सभी तैयरियाँ पूरी कर ली गयी हैं।सुरक्षा के पुख्ता इंतेज़ाम किये गए हैं।संवेदनशील समझे जाने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।चुनाव की निगरानी के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को भी आमंत्रित किया गया है।
कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
पहले चरण के चुनाव में कई दिग्गजों की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस और नया शक्ति गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार डॉ बाबू राम भट्टराई की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।वो गोर्खा से अपना भाग्य आजमा रहे हैं।वाम गठबंधन के उम्मीदवार नारायनकाजी श्रेष्ठ और डॉ भट्टराई के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।नेपाली कांग्रेस के उपसभापति रामचंद्र पौडेल तनहु से चुनाव मैदान में हैं। वाम गठबंधन से नेकपा एमाले के सचिव योगेश भट्टराई तापलेजुंग से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।इसके अलावा प्रदेश नंबर 4 से वाम गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पृथ्वी सुब्बा गुरुंग लामजुंग से चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत में हैं।
बेहद महत्वपूर्ण है यह चुनाव
यह चुनाव नेपाल के लिए बेहद महत्वपूर्ण समझा जा रहा है।नेपाल को संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य में स्थापित करने में यह चुनाव महती भूमिका निभाएगा।नेपाल में नया संविधान बनने के बाद पहली बार प्रदेशों का भी गठन किया गया है।कुल सात प्रदेश बनाये गए हैं।नेपाल में पहली बार लोकसभा और विधान सभा के लिए चुनाव हो रहे हैं ।जो कि दो चरणों मे होगा।पहले चरण का मतदान रविवार 26 नवंबर को और दूसरे चरण का चुनाव 7 दिसम्बर को होगा।नेपाली कांग्रेस के महासचिव शशांक कोइराला ने चुनाव में अपनी पार्टी को वोट देने की अपील की है।नेकपा एमाले के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने कहा है कि इस चुनाव से नेपाल में आर्थिक समृद्धि और राजनैतिक स्थिरता आएगी।