मिलिए दिग्गज पार्टियों के उन उम्मीदवारों से, जो सौ वोट पाने के लिए भी तरस गये
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। अगर किसी दिग्गज राजनीतिक दल के नगर निकाय प्रत्याशी को सौ वाट भी न हिमल सकें तो समझिए कि उस दल का भविष्य क्या होगा। सिद्धार्थनगर की 6 निकायों में लगभग एक दर्जन उम्मीदवार या तो खुद दिग्गज हैं या वह किसी बड़े दल से चुनाव लड़े, मगर उन्हें सौ वोट भी नहीं मिल सके। एक राष्ट्रीय दल के उम्मीदवार को तो महज 25 मतों पर ही संतोष करना पड़ा।
सबसे कम 25 वोट कांग्रेस को
नगर पंचायत बढ़नी से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अश्विनी कुमार के नाम जिले में सबसे कम वोट पाने का रिकार्ड बन गया है। उन्हें नगर पंचायत क्षे़त्र में पोल हुए सात हजार मतों में से मात्र 25 वोट मिले। अश्विनी को भले ही इसका मलाल न हो, मगर कांग्रेस पार्टी शर्मसार जरूर हो गई। इसी तरह नगरपालिका बांसी में भाजपा सरकार की साझीदार पार्टी भासपा के उम्मीदवार सुभाष को केवल 30 वाट मिल सके। इसके अलावा सिद्धार्थनगर नगर पालिका से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अनिल मित्तल को 45 वोट और बढ़नी नगर पंचायत से बसपा उम्मीदवार लक्ष्मी देवी को महज 46 वोट ही मिल पाये।
50 से अधिक वोट पाने वाले
50 से अध्सिक और सौ से कम वोट पाने वालों में नगर पंचायत शोहरतगढ़ से बसपा उम्मीदवार अशफाक सबसे ऊपर है। उन्हें मात्र 66 वोट मिले। तो बांसी से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार पुष्पा देवी 81 वोट पाकर भी खुश है तो सिद्धार्थनगर से कांग्रेस के उम्मीदवार मनव्वर हुसैन तमाम मेहनत के बाद 97 मत ही पा सके। शोहरतगड़ से सपा उम्मीदवार केशरी प्रसाद जरूर 107 वोट पा कर अपने को सौटकिया लिस्ट से बहर रखने में सफल रहे।