योगी सरकार की नीतियों के खिलाफ सभी तहसीलों पर धरना– प्रदर्शन, राज्यपाल को ज्ञापन
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों, किसानों के प्रति बरती जा रही उदासीनता, बढ़ते अपराध आदि को लेकर समाजवादी पार्टी ने आज जिले के सभी तहसील मुख्यालयों पर ध्रना, प्रदर्शन कर जनसभा की। सभा के माध्यम से सरकार की कटु आलोचला की गई। सभा में आरोप लगाया गया कि योगी यरकार जवान, किसान के मोर्ख् तो विफल है ही, उसने भ्रष्टाचार के भी सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं।
हमारे डुमरियागंज प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के हजारों किसानों और पार्टी वर्करों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। तत्पश्चात धरने को सम्बोधित करते हुए सपा नेता राम कुमार चिनकू यादव ने कहा कि इस सरकार में किसानों का जीना दूभर हो गया है। सिंचाई का दर बढ़ गयी है। पूरे प्रदेश में आलू किसान तबाह हो रहे हैं। किसानों को उनकी उपज का मूल्य नहीं दे रही है। हर तरफ से सरकार किसानों कि कमर तोड़ने पर तुली है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार में चलाई जा रही तमाम सोजनाओं को सरकार बंद कर रही है। गरीब महिलाओं के पंशन और बच्चियों की शदी अनुदान को बंद करने का षडयंत्र हो राही है। ये महिलाये किसान और मजदूर परिवारों की है। इससे उनका संकट बढ़ रहा है।
सभा को अफसर रिज्वी,घिसियावन यादव, अनिल गौतम, छोटे यादव, आलोक श्रीवास्तव,. हाजी किताबुल्लाह, अजय यादव, राम चंदर चौरसिया, जमाल अहमद पुत्तन भाई., परशुराम यादव, भोला चौधरी, बबलू मलिक आदि ने सम्बोधित करते हुए सरकार से किसानों का उत्पीड़न रोकने की मांग की ऐसा नहीं होने पर भविष्य में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
हमारे सिद्धार्थनगर कार्यालय के मुताबिक नौगढ़ तहसील में आयोजित सभा में पूर्व विधायक विजय पासवान ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। अभी तक उसने गन्ना किसानों का भुगतान नहीं किया है। किसानों का सोलह सौ करोड़ का बकाया है। किसान खान के आंसू रो रहा है।
वक्ताओं ने क्षेत्र में पशु चारे के संकट की चर्चा करते हुए प्रशासन का ध्यान भी दिलाया। सभा को जुबैदा चौधरी, कामता यादव, अशोक कुमार पांडेय, लवकुश साहनी, जोखन चौधरी, सुग्रीव यादव, नियाज अहमद आदि ने भी सम्बोधित करते हुए योगी सरकार की आलोचना की।
इसके अलावा शोहरतगढ़ तहसील में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे, शोहरतगढ़ में सपा नेता उग्रसेन सिंह बांसी में पूर्व विधायक लाल जी यादव के नेतृत्व में आयोजित धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। सभी तहसीलों में इन समस्याओं को लेकर प्रशासन के जरिए राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया गया।