breaking news- गोरखपुर, फूलपुर उपचुनाव में मायावती ने खोले पत्ते, बसपा वर्कर सपा कैंडीडेट के लिए प्रचार करेंगे
नजीर मलिक
“ यूपी की दो लोकसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपने पत्ते खोल दिये है। बहुजन समाज पार्टी इन दोनों सीटों पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी, इसके बजाये उसके वर्कर समाजवादी पार्टी के लिए डोर टू डोर वोट मांगेंगे। आज दोहर हुये इस एलान के बाद इन दोनों सीटों पर भाजपा फंसती नजर आ रही है। गोरखपुर से प्रवीन निषाद और फूलपुर से राजेन्द्र पटेल सपा उम्मीदवार हैं”
मिली जानकरी के अनुसार आज गोरखपुर में गोरखपुर और इलाहाबाद मंडल के महत्वपूर्ण नेताओं की बैठक के बाद दोनों सीटों पर सपा के समर्थन का एलान किया किया गया। न केवल एलान हुआ बल्कि बसपा के बूथ लेबल वर्करों द्धारा सपा उम्मीदवारों के पक्ष में घर घर वोट मांगने की बात कही गई। बसपा ने दावा किया कि दोनों सीटों पर वे सपा को जिता कर लायेंगे।
बसपा के दोनों मंडलों के प्रमुख नेताओं की संयुक्त बैठक के बाद इस आशय की घोषणा आज दोपहर गोरखपुर में पूर्व राज्यसभा सदस्य और बसपा नेता घनश्याम खरवार ने की। घोषण के वक्त उनके साथ विधान परिषद के पूर्व सभापति और बसपा नेता गणेश शंकर पांडेय, बसपा नेता आफताब आलम और सपा नेता सनी यादव भी भी मौजूद थे। घोषणा के वक्त सभी के चेहरे आत्मविश्वास से लबरेज थे।
इतनी महत्वपूर्ण घोषणा बसपा सुप्रीमों मायावती ने खुद न कर चुनाव क्षे़त्र से सम्बंधित बरिष्ठ नेताओं से क्यों कराया? इस बारे में पूछे जाने पर बसपा नेताओं ने इसे मायावती की रदनीति का अंग बताया। इस बारे में घनश्याम खरवार ने कहा कि सह बहन जी की रणनीति का हिस्सा है। इस बारे में बहिन जी ही बता सकती हैं। मगर बसपा के लोग सपा के लिए काम करेंगे, यह सच है।
बसपा की इस घोषणा के बाद सपा खेमे के हौसले जहां बुलंद हैं, वहीं गोरखपुर में भाजपाई खेमे के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जा रही हैं। क्योंकि बसपा के इस फैसले से दलितों का 16 और तकरीबन 10 प्रतिशत अन्य परम्परागत वोट का समीकरण सपा की तरफ होने का अनुमान है। अगर ऐसा हुआ तो भाजपा को परेशानी से दो चार होना पड़ सकता है और सीएम होने के बाद योगी आदित्यनाथ की छोड़ी सीट पर पराजय से उनकी भी किरकिरी हो सकती है।