क्षत्रिय समाज की वीरता, त्याग और बलिदान इतिहास के सुनहरे अक्षरों में दर्ज है- धनुर्धर प्रताप सिंह
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। राजपूत विश्व इतिहास की सबसे बड़ी मार्शल कौम है। क्षत्रिय समाज ने स्वाभिमान के सामने राज और एश्वर्य को सदा ही ठोकरों पर रखा है। सर झुकाने की अपेक्षा सर कटाना इस समाज का मूल मंत्र रहा है। आज के दौर में क्षत्रिय समाज को अपनी इस परम्परा को कायम रखना होगा।
यह विचार शोहरतगढ़ राज घराने के कुंवर धनुर्धर प्रताप सिंह ने व्यक्त किया है। वे रविवार दोपहर सदर विकास खंड के सभागार में करणी सेना के सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज में एकता की आज सख्त जरूरत है। इसके लिए क्षत्रिय समाज को नये सिरे से प्रयास करना पड़ेगा।
कुंवर धनुर्धर सिंह ने कहा कि इतिहास ऐसी घटनाओं से भरा है, जिसमें क्षत्रिय समाज की वीरता, त्याग और दानशीलता की कहानियां सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं। आज राज प्रथा दुनियां से लगभग समाप्त हो चुकी हो, लेकिन राजपूतों ने बहादूरी और स्वाभिमान जैसे मूल्यों को आज भी कायम रखा है। इसे आगे भी अक्षुण रखना होगा। उन्होंने सबको सावधान करते हुए कहा कि यदि हमने इस बारे में नहीं सोचा तो हम टूट कर बिखर जायेंगे।
उन्होंने कहा कि आज राजपूत दोहरे संकट का शिकार है। जागीरें अब रहीं नहीं, राेजगार के क्षेत्र में राजपूती स्वाभिमानी मूल्यों के चलते कम अवसर हैं। इसलिए राजपूत समाज को उच्चा शिक्षा में आगे जा कर अपना महत्व बढ़ाना होगा। इसके अलावा समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए क्षत्रिय समाज की एकता मजबूत कर लोगों को एक दूसरे की मदद करना होगा, तब हम अपना गौरवशाली इतिहास को जीवंत कर सकेंगे। इसके लिए क्षत्रिय समाज को नये सिरे से गंभीरता से सोचना होगा।
अंत में कुंवर धनुर्धर ने कहा कि देश की रक्षा के लिए राजपूतों ने लाखों बलिदान दिये हैं। देश आज फिर संकट से जूझ रहा है। ऐसे में उन्हें राष्ट्र रक्षा और धर्म रक्षा के लिए भी समय निकाल कर काम करना होगा। उन्होंने करणी सेना के जिलाध्यक्ष विकास सिंह को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने राजपूत एकता के लिए के जिले में जो मशाल जलाया है, वह निश्चिय ही आगे एक ज्योति बन कर हम सबको रचानात्मक दिशा प्रदान करेगी।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि व करणी सेना के प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह और करणी सेना के जिलाध्यक्ष विकास सिंह ने संयुक्त रूप से कुंवर धनुर्धर सिंह का स्वागत करते हुए कहा कहा कि शोहरतगढ के राज कुंवर और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भैया धनुर्धर सिंह ने सामाजिक क्षेत्र में प्रवेश कर हम युवाओं का हौसाला बढ़ाया है। हम सब उनके ऋणी है और उनसे सदा प्रेरणा लेते रहेंगे।
कार्यक्रम में आयोजन में करणी सेना के सह संयोजक सिद्धार्थ सिंह, मीडिया प्रभारी रजनीश सिंह श्रीनेत, सहित आलोक सिंह, पंकज सिंह, अतुल सिंह, संजीव सिंह, सौंटी सिंह, जगदम्बा सिंह, विक्रांत सिंह, शशांक सिंह, उदय सिंह, ऋषि सिंह, सूरज सिंह व संभांत सिंह आदि की भूमिका उल्लेखनीय रही।