सौ बीघे गेंहूं की फसल जल कर खाक, अफसर, नेता को ऐसी आगलगी से कोई मतलब नहीं
अजीत सिंह
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। fजिले में शनिवार को फिर पछुवा हवा ने कहर बरसाया, जिसके कारण डुमरियागंज तहसील मुख्यालय से तीन किमी दूर रेघरवा गांव के सीवान में आग लगने से किसानों की सौ बीेध से अधिक फसल जल कर राख हाे गई। फलतः दो दर्जन किसानों की सारी मेहनत खाक हो गई। बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने कारण अज्ञात है।फसल का नुकसान दस लाख से ऊपर बताया जाता है। इस घटना में प्रशासन की बेरुखी की लोगों ने निंदा की है।
बताया जाता है कि रेघरवा गांव के सावान में आज सुबह आग लग गई। देखते ही देखते पक कर खड़ी 100 बीघे गेहूं की फसल जल कर राख हो गई। अगलगी के समय ही लोगों ने फायर ि्रगेड को सूचनी दी, मगर किसी ने फोन नही उठाया। ग्रामीण खुद ही आग बुझाने में जुट गये। गड़ी मुयिकल से आग पर काबू पाया जा सका।‘ इस घटना से तकरीबन दो दर्जन किसान सड़क पर आ गये हैं।
अफसर और नेता को नहीं हैं कोई फिक्र
याद रहे कि प्रशासन की बेरूखी के चलते सिद्धार्थनगर जिले का किसान भगवान भरोसे ही है। जिले में हर वर्ष बाढ़ और आग का कहर किसान झेलते है और मेहनत से पैदा की गई अपनी उपज बरबाद होने का तमाशा अपनी आँखो से ही देखकर कुछ भी कर पाने में असहाय महसूस करते हैं। प्रशासन ये अच्छी तरह जानता है कि हर साल बाढ़ और गर्मी की आगलगी से फसलों की तबाही तय है, लेकिन वह इसे रोकने के लिए कभी गंभीर नहीं दिखता।
बताते चलें कि आज डुमरियागंज थाना के रेघरवा गाँव के किसानों ने आग पर किसी तरह काबू पाया।सवाल सबसे बड़ा यह है कि आग लगने पर दमकल की गाडियो की समुचित व्यवस्था जिले में क्यों नहीं है। इस दुर्व्यस्था को जिले के लोग काफी समय से झेलते आ रहे है हर बार जिम्मेदार समुचित व्यवस्था की बात तो करते है पर आग लगने पर इनके दावो की पोल खुल जाती है। जिले के जनप्रतिनिधि भी इस समस्या के स्थायी निराकरण की बात तो इसके बारे में सोचते तक नहीं हैं।