वाह रे जनगणनाǃ सामान्य जाति बाहुल गांव में उनकी आबादी शून्य बताई गई
अजीत सिंह
बांसी, सिद्धार्थनगर। प्रतापपुर के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक प्रार्थना पत्र उपजिलाधिकारी बांसी को देकर जनगणना जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम पर सवालिया निशान खड़ा किया है! शिकायत पत्र में कहा गया है कि समान्य जाति बाहुल इस गांव में उनकी जनसख्या शून्य बताने की सजिश की गई है।
प्राप्त समाचार के अनुसार विगत दिनों विकास खंड मिठवल कार्यालय से जन गणना प्रपत्र क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतापपुर राजकुमार सिंह तथा अमरेश बहादुर सिंह को प्राप्त हुआ तो जानकारी हुई कि जनगणना प्रपत्र में प्रतापपुर ग्राम सभा में सामान्य जातियों की कुल संख्या शून्य दर्शाई गई है।
जिस पर उन लोगों के होश उड़ गए। तत्काल ग्राम वासियों को इस बारे में सूचित किया और एक प्रार्थना पत्र मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन के संबोधन में उप जिलाधिकारी बांसी को प्रतापपुर के दर्जनों सामान्य जाति के निवासियों ने तहसील बांसी कार्यालय पर जाकर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रतापपुर ग्राम सभा में सामान्य जातियों की संख्या लगभग 500 है फिर भी जनगणना में 2011 के अनुसार उनकी संख्या को शून्य दर्शाया जाना एक साजिश का हिस्सा है इसके पहले भी 2001 के जनगणना के अनुसार सामान्य जातियों की कुल संख्या 130 दर्शाई गई थी, जबकि उस समय भी सामान्य जातियों की संख्या लगभग 250 थी ।
ज्ञापन देने वालों में श्याम बहादुर सिंह, वीरेंद्र बहादुर सिंह, अमित सिंह, विजय बहादुर सिंह, उमाशंकर, रामकृपाल, जय प्रताप, कृपाल सिंह, जय प्रताप सिंह, अमर, राजेश, अजीत, अमरेंद्र, स्नेह लता, रजनी, खुशबू, उग्रसेन सिंह, दिलीप सिंह, सिद्धार्थ सिंह, विजय प्रताप सिंह एवं प्रधान प्रतिनिधि रिंकू उपस्थित रहे।