अलविदा के मौके पर हल्लौर से उठी फलस्तीन के लिए आवाज, कुद्स डे मनाया गया
शबीह हैदर
सिद्धार्थनगर। आज पूरे विश्व कुद्स दिवस मनाया जा रहा है। अवैध इज़राइली शासन के मुकाबले में फिलिस्तीनी जनता का समर्थन दुनिया के हर मुसलमान के लिए गर्व की बात है। पिछले 70 वर्षों के दौरान इज़राइली शासन ने फिलिस्तीनी जनता पर जो अनगिनत अपराध किये हैं, वे इस समय अपने चरम पर पहुंच गये हैं। जिनके विरोध में इस वर्ष भी विश्व कुद्स दिवस और अधिक मज़बूती से मनाया जा रहा है। जिससे फिलिस्तीनी जनता की भावना को मजबूत और मनोबल को ऊंचा करना काफी महत्वपूर्ण कार्य है।
इस अवसर पर जनपद के क़स्बा हल्लौर में भी फलस्तीनियों पर किये जा रहे इज़राइली अत्याचारों के खिलाफ बड़ी संख्या में लोग जुलूस में शामिल होकर फलस्तीनियो के समर्थन और इज़राइल के खिलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। लोगों ने पूरे कस्बे में जुलूस के साथ घूम कर लोगों को फलस्तीनी मतस्या के प्रति जनमानस को जागरूक किया। लोगों ने कहा कि जो इसानियत पसंद लोग हैं, उन्हें फिलस्तीन के पक्ष में आवाज उठाना चाहिए।
जुलूस की अगुवाई करते हुए मौलाना चाँद अब्बास साहब ने इजराइल की अालोचना कर लोगों को फिलस्तीन के हक में आवाज बुलंद करते रहने की अपील किया। जुलूस जामा मस्जिद से निकलकर कस्बे का भ्रमण करते हुए हल्लौर चौराहे पर नहुंचा, जहां तक़रीर हुई। जिसमे जमाल हैदर, अज़ीम हैदर, जीएच क़ादिर, ने तक़रीर किया। कार्यक्रम में असिफ नेता, डाक्टर सोनू , नौरोज़, गुड्डू कैफ़ी आदि मौजूद रहे।
ग़ौरतलब हो कि ईरान की इस्लामी व्यवस्था के संस्थापक स्वर्गीय इमाम खुमैनी ने रमज़ान के अंतिम शुक्रवार को फिलिस्तीनी जनता के समर्थन में विश्व कुद्स दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी और प्रतिवर्ष पूरे विश्व में मुसलमान रमज़ान के पवित्र महिने के अंतिम शुक्रवार को फिलिस्तीनी जनता के समर्थन में रैलियां निकालते और अतिग्रहणकारी इज़राइली शासन की भर्त्सना करते हैं।