7 जून से गायब लड़कियों का अब तक पता नहीं, क्या कर रही पुलिस, कप्तान साहब ?
अजीत सिंह
यूपी के सीमांत जिले सिद्धार्थनगर के एक ही गांव से चार लड़कियां पिछले 7 जून से रहस्यमय हालात में गायब हैं। पुलिस अभी तक उनका पता लगाने में नाकाम है। मानव तस्करी के लिए कुख्यात नेपाल बार्डर से सटा गांव होने के बावजूद भी पुलिस की लापरवाही चिंतनीय है। एक तरफ गांव वाले अपने बच्चों के लिए परेशान हैं और पुलिस उनके परिवार की भावनाओं को न समझ कर इसे सामान्य गुमशुदगी मान रही है।
गौर तलब है कि यूपी का सिद्धार्थनगर जिला नेपाल बॉर्डर पर स्थित है। इस जिले से पूर्व में भी मानव तस्करी की बात भी सामने आती रही है। ताजा मामला है, जिले के कपिलवस्तु कोतवाली पोखरभिंडा गाँव का बताते चले इस गाँव से 7जून दिन गुरुवार को चार नाबालिग किशोरियां रहस्यमय परस्थितियों में गायब हो गयीं। किशोरियों के गायब होने से पूरे गाँव में किसी अनहोनी को लेकर लोग आशंकित हैं। गाँव के तीन परिवारो से ये किशोरियां गायब हुई हैं। गायब किशोरियों में दो सगी बहनें हैं।
पोखरभिंडा गांव के रहने वाले शिवपूजन चौधरी की दो नाबालिग बेटिया साधना चौधरी ( 13 वर्ष ) एवम वंदना चौधरी (उम्र 14 वर्ष) तथा इसी गांव के रहने वाले माता प्रसाद पाठक की 7 वर्षीय पुत्री प्रिया पाठक तथा स्व. राम नेवास चौधरी की 4 वर्षीय बेटी महिमा चौधरी है।
जब ये किशोरियां काफी देर तक घर वापस नही लौटीं तो घरवालों ने तलाश करना शुरू कर दिया । गांव में खोजने के बाद जब किशोरियों का कोई पता नहीं चला, तो घरवालों ने अपने अपने रिश्तेदारों के यहाँ पता लगाया, लेकिन जब वहाँ भी कोई पता नहीं चला तो परिजनो ने थक हारकर इसकी सूचना कपिलवस्तु कोतवाली को दिया।
पुलिस ने सूचना के आधार पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई। लेकिन घटना के 6 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।
अभी तक पुलिस इन गायब किशोरियों का पता लगाने में असफल नजर आ रही है। वहीं जिले के अपर पुलिस अधीक्षक मुन्नालाल का कहना है कि लड़कियों की तलाश की जा रही है जल्द ही लड़कियों को बरामद कर लिया जायेगा।