विशाखपट्टनम से तीन साल पहले चला रेलवे का वैगन अब पहुुंचा बस्ती, है न कमाल की बात!
बस्ती। यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी के चलते भारतीय रेलवे पहले से ही निशाने पर है। ऐसे में गुरुवार को यूपी के एक स्टेशन में हुई घटना ने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल उत्तर मध्य रेलवे के बस्ती स्टेशन पर गुरुवार को साढ़े तीन साल बाद विशाखापट्टनम से एक वैगन पहुंचा। हैरानी वाली बात यह है कि 1400 किमी की दूरी तय करने में वैगन को साढ़े तीन साल लग गए। इस वैगन को साढ़े तीन साल पहले बस्ती के ही एि व्यक्ति ने बुक कराया था।
दरअसल, तीन नवंबर 2014 को बस्ती के खाद व्यापारी रामचंद्र गुप्ता के लिए इंडियन पोटास लिमिटेड (आइपीएल) ने विशाखापट्टनम से डीएपी खाद 42 वैगन बुक किया था, जिसे विशाखापट्टनम पोर्ट रेलवे स्टेशन से चलकर बस्ती आना था। लेकिन मालगाड़ी 42 वैगन की जगह 41 बैगन लेकर ही बस्ती पहुंची थी और एक वैगन कहीं गायब हो गया। तब से आइपीएल के अधिकारी और मेसर्स रामचंद्र गुप्ता दर्जनों पत्र रेलवे को लिख चुके थे। लेकिन वैगन का कहीं कुछ पता नहीं चला।
अचानक बुधवार की सुबह (25 जुलाई 2018) एक मालगाड़ी के साथ गायब वैगन (एसई 107462) बस्ती स्टेशन पहुंच गया। जिसके बाद माल गोदाम के इंचार्ज को सूचना दी गई। जांच-पड़ताल में पता चला कि पुरानी बस्ती के मेसर्स राजेंद्र के लिए आइपीएल ने वैगन बुक कराकर डीएपी खाद मंगाया था। तय समय में वैगन नहीं पहुंच पाया था।
यह वैगन कहां रह गया था यह कोई बताने वाला नहीं है। वैगन में 1316 डीएपी खाद की बोरियां मिली हैं, जिनमें से अधिकतर खराब हो चुकी हैं और कुछ बोरियां फट भी गईं हैं। जिससे व्यापारी का कई लाखा का नुकसान जरूर हो गया है।