वाह रे भष्टाचारǃ सिद्धार्थनगर का आदमी बलरामपुर का निवासी बन ले रहा था मछली पट्टे की नीलामी
अनीस खान
बलरामपुर। जिले के उतरौला तहसील में भ्र्षटाचार का बोलबाला है। आलम यह है कि बलरामपुर जिले के एक गांव में तालाब का पट्टा होता है तो प्रधान जी कमाई के लिए पडेसी जिला के निवासी को बुला लेते हैं। ऐसे ही एक नीलामी प्रक्रिया में पडोसी जनपद सिद्धार्थनगर के व्यक्ति को भी शामिल करा लिया मामले की जानकारी तब हुई जब गाँव के कुछ जागरूक लोगो ने तालाब नीलामी प्रक्रिया में शामिल लोगो के बारे में जानकारी माँगी। याद रहे मछली पट्टे की नीलामी में बाहर का आदमी भाग नहीं ले सकता है।
मामला उतरौला तहसील के ग्रामसभा कंचनपुर का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 जनवरी 2018 को कंचनपुर ग्रामसभा के तालाब की नीलामी प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक कैंप का आयोजन किया गया था, जिसमे दो लोगों ने आवेदन किया पहले स्थान पर निर्मोही पुत्र सुलाही हरिजन और दूसरे स्थानपर दिनेश पुत्र परदेशी कहार रहे। परन्तु गाँव के लोगों ने एक नाम दिनेश पुत्र परदेशी कहार पर आपत्ति जतायी। गांव वालों का दावा था कि की उक्त व्यक्ति गांव का निवासी नहीं है, जिससे प्रकिया रुक गयी।
बाद में गावँ के जागरूक लोगों ने दिनेश पुत्र परदेशी कहार की जानकारी की तो पता चला की दिनेश पडोसी जनपद सिद्धार्थनगर के बाँसी नगर पालिका का निवासी है, जिसे प्रधान द्धारा फर्जी तरीके से नीलामी प्रक्रिया में शामिल किया गया था।गांव वालो की जानकारी के मुताबिक उन्होंने इस मामले में एक शिकायती पत्र एसडीम उतरौला को तत्काल दे दिया था परंतु अभी तक उस शिकायती पत्र को संज्ञान में लेकर कोई कार्यवाही नही की गयी है।
इस बारे में एसडीम उतरौला जे पी सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नही है। फिर भी जानकारी करवाता हूं। जो भी दोषी होगा वह बक्शा नही जायेगा और नीलामी सही आदमी के सुपुर्द की जायेगी अश्चर्य है कि कशकायत पत्र जिस अफसर के दिया गया, वही कह रहा है कि उसे मामले की जानकारी नही है। जाहिर है भ्रष्टाचार की जड़े गहरी हैं।
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