राजनाथ सिह के बयान पर मौर्य समाज खफा, बयान को रिकार्ड से हटाने की मांग
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा लोकसभा में सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य जाति पर टिप्पणी की गई है वह बेहद दुखदाई और निंदनीय। इसे लोकसभा की कार्यवाही से निकालने के लिए मौर्य समाज राष्ट्रपति से मांग करता है।
भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 20 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए लोकसभा में मौर्य समाज के संस्थापक प्रथमचक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के विषय में बोलते हुए अपमान जनक जातीय टिप्पणी कर मौर्य जाति ही नहीं अखंड भारत के निवासियों को अपमानितकिया है।
मौर्य समाज के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार मौर्य द्वारा भारत के राष्टपति को संबोधित ज्ञापन में कहा गया है कि मौर्य केवल जाति नहीं बल्कि भारत की अनमोल धरोहर है उनके बारे में भेड़ बकरी चराते थे की संज्ञा देना ओछी मानसिकता का परिचायक है। आज विश्व पटल पर तथागत गौतम बुद्ध व मौर्यकाल के शान की वजह से ही भारत महान और भारत की पहचान तथागत बुद्ध और मौर्य वंश चंद्रगुप्तमौर्य सम्राट अशोक महान की वजह से है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा लोकसभा में सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के जाति पर की गयी टिप्पणी को लोकसभा की कार्यवाही के रिकार्ड से निकालने के लिए आदेशित करें।
ज्ञापन देने वालों में जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मौर्या के अलावामौर्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय मौर्या, उत्तर प्रदेश केप्रभारी बलराम मौर्या, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष संजीव सैनी, संदीप सैनी, प्रदेश महासचिव तिलोक चंद कुशवाहा,प्रदेश कोषाध्यक्ष विवेक शाक्य, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुमार सैनी, राष्ट्रीयसदस्य अजय कुमार और संजय मौर्यए आकाश शाक्य, जिला महासचिवलव कुश सैनी, जिला कोषाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद के हस्ताक्षर मौजूद रहे।