क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा लड़ते रहे स्व. दिनेश सिंह- माता प्रसाद पांडेय
— दिनेश सिंह की नवीं पुण्य तिथि मनाई गई
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। स्व. दिनेश सिंह खेत्र के विकास से काई समझौता नही करते थे। जनहित में वे अपनी ही सरकार से लड़ जाया करते थे। दरअसल वे राजनीतिक नहीं जन नेता थे। विकास के लिए अपनी लड़ाका प्रबृति के लिए वे सदा याद किये जायेंगे।
यह विचार यूपी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने व्यक्त किये। वे आज स्व. सिंह के आवास दिनेश नगर (करौती) स्थिति उनकी 9वीं पुण्य तिथि पर स्थित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन उनकी धर्मपत्नी व पूर्व विधायक श्रीमती लाल मुन्नी सिंह और सपा के पूर्व प्रत्याशी व उनके पुत्र उग्रसेन सिंह ने किया था।
इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने स्व. दिनेश सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि स्व. दिनेश सिंह संघर्षशील नेता थे। उनका जनता से दिली लगाव था। किसी को अपना बना लेना उनकी खासियत थी। वे क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा संघर्ष करने को तैयार रहते थे। यह अच्छी बात है कि स्व. दिनेश सिंह के पु़त्र उग्रसेन सिंह भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। और विकास के लिए तत्पर हैं।
कार्यक्रम में पूर्व राज्य सभा सांसद आलोक तिवारी ने भी पूर्व मन्त्री स्व. दिनेश सिंह को गरीबों का मसीहा बताते हुए कहा कि उन्होनें ने मुश्किलों से कभी हार नही मानी। उनका जज्बा और जुनून ही अलग था। उन्होंने कहा कि जनहित में लड़ना उनकी आदत में शुमार था। उनका जाना हम जैसे लोगों के लिए बेहद पीड़ादायक है।
शोकसभा को दिनेश सिंह के उत्तराधिकारी और शोहरतगढ़ विधानसभा के विधायक पद के पूर्व प्रत्याशी उग्रसेन सिंह ने कहा कि मुझे पिता जी ने अपने साथियों और क्षेत्र की जनता का सेवा करने का बचन लिया था जिसे मैं मरते दम तक करता रहूँगा। उग्रसेन सिंह ने कहा कि मेरे पिता जी जुझारू प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। वह क्षेत्र के विकास के लिए किसी भी हद तक जाते थे। उसी का नतीजा था कि उनके कार्यकाल में शोहरतगढ़ विधानसभा का चौमुखी विकास हुआ।
पुण्यतिथि में सपा जिला अध्यक्ष अजय चौधरी, उपाध्यक्ष विरेन्द्र तिवारी, पूर्व विधायक लालमुन्नी सिंह, डॉ जितेंद्र सिंह सहित सपा नेता, अफसर रिज़वी, मुरली मिश्र , शिक्षाविद् नलिनीकांत मानी त्रिपाठी , पूर्व विधायक विजय पासवान, अनूप यादव, सोनू यादव, सोनू सिंह, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कैलाश मणि त्रिपाठी, अनूप पान्डेय, मुकेश राज पान्डे, सुभन्गी भारत इब्राहिम बाबा, विनोद सामंत, प्रदीप पथरकट्ट, सोमई यादव, राम विलास, बबलू पांडेय, इदरीश नेता, मोनू दुबे, विजय पासवान, अभिषेक गिरी, हरिराम भारती, विजय सिंह, सुदीप सिंह, राजेश सिंह, अंकित त्रिपाठी, अभय प्रताप सिंह, अजय चौधरी, खुर्शीद, अफ़ज़ल अंसारी , महबूब, रामु यादव, अल्ताफ हुसैन, नियाज़ अहमद, गुड्डू उर्फ मुश्ताक, आदि उपस्थित रहे और विचार भी व्यक्त किये।