सबिता को जला कर मारने से पहले उसके शरीर के गहने उतार लिए गये थे?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। छः दिन पूर्व जला कर मार दी गई सबिता के हत्या अरोपियों के खिलाफ अभी तक मुकदमा नहीं लिखा गया है। इस भयनक घटना के बाद से उसके तीन छोटे-छोटे बच्चे बेसहारा हो गए हैं। । सबिता के मायके के लोग बच्चों को लेकर न्याय के लिए भटक रहा हैं। मगर पुलिस कार्रवाई ससुराल पक्ष पर कार्रवाई नहीं कर रही है। थाने पर गए तो थानेदार द्वारा कहा जा रहा है कि पांच दिन बाद आओ तब केस दर्ज करेंगे। सबिता के पिता राम प्रकाश का कहना है कि जलाने से पूर्व उसकी बेटी के शरीर के गहने उतर लिये गये।
मामला गोल्हौरा थाना क्षेत्र के मझवन गांव के टोला जिगिनिहवा का है।
पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में सबिता के पता जोगिया कोतवाली क्षेत्र के सिसवा बुजुर्ग गांव निवासी रामप्रकाश ने साफ कहा है कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी 10 वर्ष पूर्व गोल्हौरा थाना क्षेत्र के मझवन गांव के टोला
जिगिनिहवा निवासी मनिकचंद के साथ की थी। शादी के कुछ दिन बाद तक सभी आराम से रहे। इस बीच सरकारी एंबुलेंस में सहायक के रूप मे नौकरी भी मिल गई। हमारी बेटी को दो बेटी व एक बेटा भी हुआ। बीते तीन वर्ष से बेटी को प्रताडि़त किया जाने लगा। वह हमकों पूरी जानकारी देती रही। वह पांच माह की गर्भवती भी थी।
19 अक्तूबर को पति ने बेटी के शरीर पर पहने जेवरात निकाल लिया इसके बाद उसे मिट्टी का तेल डालकर जला दिया। गंभीर हाल में उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने गोरखपुर रेफर कर दिया था। गोरखपुर ले जाते समय उसकी मौत हो गई थी। सबिता को जला भाग भाग रहे पति के गिर पड़ने तथा जलता सबिता द्धारा उससे लिपछ जाने के कारण पति मानिक चंद भी बुरी तरह जल गया था।
पिता राम प्रकाश के मुताबिक सबिता के तीन बच्चे भी हैं। थाने पर गए तो थानेदार कह रहे हैं कि पांच दिन बाद आना तब केस दर्ज होगा। केस दर्ज करने में टाल मटोल किया जा रहा है इस संबंध में सीओ इटवा श्रीयश त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी।