इटवा तहसील प्रशासन हुआ सख्त, अवैध कब्जाधारियों, विद्युत बकायेदरों पर तहसीलदार की गिरी गाज
मेराज़ मुस्तफा
इटवा,सिद्धार्थनगर। इटवा तहसील प्रशासन के सख्त रवैये ने अवैध कार्यों व सरकारी मानकों के विपरीत कार्य करने वालों के होश उड़ा रखे हैं। उप जिलाधिकारी इटवा त्रिभुवन कुमार के नेतृत्व में छेड़े गए भ्रष्टाचार विरोधी व सरकारी नियमों को ताक पर रखकर कार्य करने वालों के लिए यह अभियान काल साबित हो रहा।
शनिवार को तहसीलदार इटवा राजेश कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत नवेल मेें अवैध कब्जा कर सरकारी भूमि पर निर्माण कार्य करने के पश्चात नाली को लेकर चल रहे विवाद के निस्तारण के लिए तहसील प्रशासन पहुंचा तो मामला नाली विवाद के बजाय सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे का निकला।
ग्राम नवेल के ओमप्रकाश का विवाद नाली निकालने को लेकर अपने दो भाइयों हृदय राम व परशुराम के बीच नाली को लेकर विवाद चल रहा था जिसपर तहसीलदार इटवा राजेश अग्रवाल के साथ तहसील प्रशासन टीम व स्थानीय थानाध्यक्ष द्वारा विवाद निस्तारण करने के लिए मौके पर जाकर जांच की गई तो ज्ञात हुआ कि जिस भूमि पर भवन निर्माण हुआ है वो जमीन सरकार की है।
तहसीलदार इटवा राजेश अग्रवाल ने तत्काल क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक रामप्रकाश मौर्या को हल्का लेखपाल मोहम्मद अकरम को उक्त भूमि को कब्जा मुक्त करवाने का निर्देश दिया गया। तहसीलदार इटवा राजेश अग्रवाल के निर्देश पर क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक रामप्रकाश मौर्या व हल्का लेखपाल मोहम्मद अकरम व विनय सिंह ने थानाध्यक्ष के साथ संग्रह अमीन हरेंद्र कुमार अरविंद कुमार व ग्राम प्रधान अब्दुल हमीद की मौजूदगी में अवैध कब्जा हटवाते हुए निर्देश दिया कि पन्द्रह दिनों के अंदर ही उक्त भूमि पर बने मकान को स्वयं हटा लें अन्यथा तहसील प्रशासन द्वारा स्वयं उक्त भूमि पर निर्मित भवनों को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
तहसीलदार इटवा राजेश अग्रवाल के द्वारा अवैध कब्जा हटवाने की सूचना मिलते ही क्षेत्र के अन्य अवैध कब्जाधारियों में दहशत बन गया वही अवैध कब्जा हटाए जाने से ग्रामवासियों ने तहसीलदार राजेश अग्रवाल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार प्रकट किया।
इसी क्रम में तहसील क्षेत्र के ही पकड़ी पठान निवासी फिरोज आलम पुत्र सरदार हुसेन पर विद्युत बकाया देय दो लाख सत्ताईस हजार नौ सौ चौंसठ रूपये न जमा करने व पूर्व में जारी गिरफ्तारी वारण्ट पर संग्रह अमीन को धमकाने के जुर्म में हिरासत में लेते हुए तहसील मुख्यालय लाकर कारागार में डाल दिया गया।
बताते चलें कि नोटिस जारी करने के बाद विद्युत कनेक्शन काटने के बाद विगत चार माह से अवैध रूप से बिजली चोरी के मामले में आरसी जारी किया जा चुका था जिस पर कोई जवाब न दिए जाने पर आज गिरफ्तार कर लिया गया। तहसीलदार इटवा राजेश अग्रवाल के इस कड़े कदम से क्षेत्र के अवैध कब्जाधारियों व बड़े बकायेदारों में दहशत का माहौल व्याप्त है।