नेपाल का नया डान व कथित सीरियल किलर नसीम बादशाह काठमांडू में पकड़ा गया

July 10, 2019 12:32 PM0 commentsViews: 2534
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— विधायक फौजिया नसीम का पति और सात हत्याओं का आरोपी है नसीम खान उर्फ नसीम बादशाह

नजीर मलिक

नेपाल के कपिलवस्तु क्षेत्र की विधायक व आधा दर्जन हत्याओं के आरोपी नसीम अहमद खान उर्फ नसीम बादशाह को काठमांडू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नसीम सीमा से सटे नेपाल के पिपरा ग्राम का निवासी है। नेपाल से फरार होकर वह भारतीय सीमा के ग्राम अलीगढवा में वर्षों से रह रहा था।  उसे काठमांडू की विशेष शाखा सीआईबी की पुलिस ने गिरफॅ्तार किया है।

बताया जाता है कि नेपाल में कई हत्याओं का आरोपी बनने के बाद नसीम भारतीय क्षेत्र में रहने लगा था। लेकिन वह चोरी छिपे नेपाल भी जाया करता था। बतातें है कि वह गत दिवस किसी काम से  नेपाल की राधानी काठमांउू गया था.जहां खबर पाकर नेपाल केन्द्रीय जांच ब्यूरो की टीम ने उसे धर दबोचा। पुलिस काफी दिन से उसकी तलाश में थी।

 

नेपाल पुलिस के  प्रवक्ता/ पुलिस अधीक्षक, दीपक  रेग्मी, ने बताया कि कपिलवस्तु जिले के 44 वर्षीय नसीम बादशाह को सुबह करीब 9:बजे काठमांडू के सिनामल में एक घर से हिरासत में लिया गया।नसीम 15 फरवरी 2018 को कपिलवस्तु के चार वर्षीय लड़के मोहम्मद अहमन का अपहरण करने और उसकी हत्या करने के लिए उसके खिलाफ दर्ज की गई एक प्राथमिकी के बाद से पुलिस खोज सूची में था।

रेग्मी ने बताया कि कपिलवस्तु जिले के पिपरा गांव के रहने वाले नसीम की पत्नी फौजिया नसीम वहीं से विधायक है। नसीम पहले नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी यूएमएल में थ्रा, वर्तमान में वह संयुक्त जनतांत्रिक तराई मोर्चा की केन्द्रीय समिति का सदस्य बनाया गया था।

कुल मिलाकर, नसीम के खिलाफ सात हत्या के मामले और जिले में एक लार्वा मामले में शामिल होने के लिए आठ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।”

जिला पुलिस के प्रमुख दीप समशेर जेबीआर ने कहा कि उन्हें जानकारी है कि नसीम को लगभग एक महीने पहले नेपाल-भारत सीमा पर देखा गया था। “हम तब से उस पर नज़र रखने लगे थे और नेपाल की सीआईबी के साथ मिलकर आरेशन चली रहे थे।”

पुलिस अधिकारी के अनुसार, नसीम बादशाह पर पहली बार 25 मई 2006 को कपिलवस्तु के धर्मराज बरेली के बेटे की हत्या का आरोप लगाया गया था। उस पर 8 फरवरी 2008 को प्रेम परियर की हत्या करने, 22 मार्च 2008 को शिवा पूजन कुर्मी, 5 सितंबर 2008 को अकाल कोहरा, 25 अक्टूबर 2008 को तत्कालीन पिपरा ग्राम विकास समिति के सचिव राममिलन प्रसाद गुप्ता और 16 अप्रैल को राजेंद्र प्रसाद तिवारी को मारने का भी आरोप है। नसीम पर पिछले साल फरवरी में चार वर्षीय मोहम्मद अहमन के अपहरण और हत्या करने के बाद बड़े पैमाने पर बवाल हुआ था।

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