सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासनिक अधिकारियों में ताल मेल न होने से तस्करी के मटर गोदामों पर नहीं पड़ सके छापे
— छापा पड़ने की खबर से घर गोदाम पर ताला डालकर गायब हुए मालिकान
— तस्करों और सुरक्षा एजेंसियों से जबरदस्त सेटिंग से तस्कर रहते है इज़ी मोड में
निज़ाम अंसारी
जिसको देखो आज हर आदमी के जबान पर बस शौहरतगढ़ में मटर की तस्करी की ही चर्चा है। यह चर्चा लगभग एक साल से है जिसे स्थानीय और जिला प्रशासन अब तक बन्द नहीं करा पाया है। क्योंकि आज जिस तरह से सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासनिक अमले को तस्करी विरोधी कार्यवाही में मुंह की खानी पड़ी है आज का दृश्य लोगों को याद रखा जाना चाहिये
तस्करी में बदनाम कस्बा शौहरतगढ़ कल एक बार फ़िर चर्चा में आ गया। तस्करी विरोधी अभियान के अंतर्गत कस्बे में तीन स्थानों पर तस्करी के मटर को पकड़ने के लिए छापे डाले गए,जिसमें तहसील प्रशासन , पुलिस और एसएसबी खुनुवां की 43 वीं बटालियन के निरीक्षक अमरलाल सोनकरिया के साथ संबंधित विभागों के अधिकारी भी रहे। एसएसबी की प्लानिंग और मुखबिरी के दम पर आज लगभग हजारों बोरी कनाडियन मटर को सीज कर गिरफ्तारी होनी थी। लेकिन वह कार्यवाही के लिए कदम बढ़ाने ही वाली थी लोगों का विरोध झेलना पड़ा, जिसके आगे प्रशासन बौना साबित हो गया। जब कि शस्त्र सीमा बल के अमर सोनकरिया ने मौके पर उन गोदामों पर तस्करी का माल डंप करने आये दो तस्करों को धर दबोचा था।
बहरहाल इस मामले में एसडीएम शोहरतगढ़ अनिल कुमार ने बताया कि उन गोदामों पर ताला लगा होने और कई एक जगह घर की मुखिया एक महिला होने के नाते लोगों की सहानुभूति उन्हें मिली और आगे त्योहारों के मद्दे नजर कड़ी कार्यवाही से बचा गया। लेकिन यह अभियान जारी रहेगा नगर को छोड़कर अब सीमाई इलाकों में उन्हें दबोचा जाएगा और त्योहारों के बाद कस्बे के आठों गोदामों पर छापेमारी की कार्यवाही तय है।
बकौल अनिल कुमार उन्होंने अभी महीना भर पहले तस्करों को नेपाल बॉर्डर से लेकर भारतीय क्षेत्र स्थित डंपिंग यार्ड तक सुरक्षित आवागमन उपलब्ध करवाने मसलन तस्करों की ,सुरक्षा व्यवस्था करने, तस्करी में मदद करने आदि पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बड़ी कार्यवाही भी कर चुके हैं। वहीं एस एस बी निरीक्षक अमर लाल से इस विफलता पर उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हम सैनिक हैं। हमें आदेश की जरूरत थी। सोनकरिया ने अपने बयान में जो बातें कहीं उनमें दम दिखा। 43 वीं बटालियन में रहते हुए 14 मई को SSB टीम ने पकड़ी भारी मात्रा में काली मिर्च बरामदगी की। इन्हीं अमरलाल सोनकरिया के नेतृत्व में SSB टीम को बड़ी कामयाबी मिली है।
नेपाल बॉर्डर से कस्बा शोहरतगढ़ तक चाइनीज मटर को लाने में लगभग आधा दर्जन सुरक्षा मानदंड हैं जिसे पार करके वह शोहरतगढ़ कस्बे में जनवरी माह से आ रहे हैं । भारतीय क्षेत्र में मटर दाल की कीमत और नेपाल के बाजारों में मटर डाल की कीमतों में भारी अंतर बताया जा रहा है। और यही वह अंतर है जिससे बाह रही करोड़ो की गंगा में सभी डुबकी लगा रहे है। शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के खुनुवां चौकी से सटे गांव परसौना ,भादमुस्तहकम, पकडीहवा और रंग पुर नेपाल सीमा से सटे गाओं हैं, जहां से तस्करी कर भारत के शोहरतगढ़ कस्बे में डंपिंग करते हैं। तस्करों ने यहां कई बड़े गोदाम बनाये हुए हैं जहां दिन रात एक दर्जन बाइक सवार कैरियर चाइनीज मटर पहुँचाते हैं।
हियुवा नेता ने किया छापे का विरोध
छापे की कार्यवाही के दौरान मौके पर दलबल के साथ पहुँचे हिन्दू युवा वाहिनी के देवी पाटन मंडल प्रभारी सुभाष गुप्ता ने छापे का मुखर विरोध किया और एस एस बी व स्थानीय प्रशासन पर तस्करी में संलिप्तता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब बॉर्डर पर करके तस्करी का सामान आता है तब सुरक्षाकर्मी कहाँ सोते हैं?