केन्द्र सरकार के अलोकतांत्रिक कार्यों को लेकर कांग्रेस नेता बख्तियार उस्मानी का एक दिनी उपवास
अजीत सिंह
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। केन्द्र में बैठी भाजपा की सरकार के अलोकतांत्रिक कार्यों, व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की रिहाई की मांग को लेकर जिले के कांग्रेसियों ने कल कांग्रेस नेता और एआईसीसी मेंबर बख्तियार उस्मानी के नेतृत्व में एक दिवसीय उपवास रखा।, जिसमें सोशल डिस्टिेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया। साथ ही सत्ता दल की नीतियों कि जबरदस्त भर्तस्ना की गई।
कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के निर्देश पर आयोजि इस उपवास में भा लेने वालों ने हाथ पर काली पट्टी बंधी और बिना हो हल्ला किये उपवास स्थल पर शाम तक बैठे रहे। इस दौरान उनके हथों में प्लेकार्ड जरूर थे जो मोदी सरकार के गलत कार्यों की ओर इशारा कर रहे थे। कुछ प्लेकार्डों में कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय कुमर लल्लू की रिहाई की मांग भी दर्ज थी। इसके अलावा प्रवासियों के दुखों का भी सलीके से उकेरा गया था। प्रतिरोध को लेकर यह उपवास दिन ढलने तक चला।
धरने के बाद कपिलवस्तु पोस्ट से बात करते हुए कांग्रेस बख्तियार उस्मानी ने मोदी सरकार की जबरदस्त आनोचना की और आरोप लगाया कि यह सरकार सवालों से भाग रही है। यदि कोई सरकार से सवाल पूछे या उसका विरोध करे तो यह उसे मिटाने के लिए कुछ भी कर सकती है। यह पूरी तरह अलोकतांत्रिक है।
इंका नेता उस्मानी ने कहा कि कोरोना के इस दौर में शहरों में रहने वाले मजदूर घोर कष्ट में हैं। वह पिछले दो महीने से दो दो हजार किमी पैदल चल कर खून के आंसू रो रहे हैं। पैदल चलते हुए न जाने कितने मजदूरों को जान देनी पड़ी। लेकिन न मोदी सरकार ने कुछ किया न ही कांग्रेस को कुछ करने दिया। उसने कांग्रेस द्धारा भेजी गई एक हजार बसों को वापस कर दिया। आवाज उठाने पर कांग्रस प्रदेश अध्यक्ष समेंत कई कांग्रेसियों को जेल में डाल दिया। उन्होंने सारे नेताओं कि रिहाई की मांग करते हुए कहा कि लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चलती। इन्हीं मजदूरों की आहें एक दिन तानाशाही सत्ता का सिहासन जला कर राख कर देंगी।