अव्यवस्था, फर्ज़ी वोटिंग, मारपीट और लाठियां चटखने के बीच हुई वोटिंग एक दर्जन हिरासत में लिए गये
नजीर मलिक
“पहले चरण के पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान अव्यवस्था का बोलबाला रहा। कई जगहों पर फर्जी वोटिंग के मामले हुए। मारपीट हुई। पुलिस को कई जगहों पर लाठियां भी भांजनी पड़ीं। मतदान प्रतिशत साठ प्रतिशत के आस पास रहने की उम्मीद है। आज मतदान के शुरूआती दौर से ही फर्जी वोटिंग के मामले सामने आने लगे”
मोहाना थाने के रामगढ़ बूथ पर पुलिस ने फर्जी वोटिंग करते दो युवकों को पकड़ा, लेकिन उन्हें बाद में अचानक छोड़ दिया गया।इसी प्रकार नौगढ़ बलाक के रसूलपुर पोलिंग सटेशन पर भी दो लोग फर्जी वोट डालते पकड़े गये। बसालतपुर बूथ पर आशीष महजिदिया की चाची मतदान करने पहुंची तो उनका मत पहले ही डाला जा चुका था। यहां इसी मुदृदे पर पीठासीन अधिकारी और जोनल मजिस्ट्रेट के बीच झड़प हो गई।
उसका थाने के लक्षनपुर पोलिंग स्टेशन पर दो पक्षों में विवाद के चलते पुलिस ने लाठियां भांजी और कमलेश नामक व्यक्ति को पकड़ कर थाने ले गई। सदर थाने में नेहरू इंटर काले पर बने मतदान केन्द्र पर पीठासीन अधिकारी से मारपीट और बैलेट पेपर छीनने के आरोप में पुलिस ने एक चुनाव एजेंट अलाउद्दीन, शफीकुल्लाह और एक मतदाता तमजीर अहमद को गिरफतार कर लिया। सदर थाने के ही देवलहवा मतदान केन्द्र पर बीडीसी के प्रत्याषी राजाराम और श्याम विहारी के बीच मारपीट हुई लेकिन मौके पर पुलिस बल के पहुंचने के पहले ही मामला सुलझा लिया गया।
हांलाकि मतदान के दौरान जिलाधिकारी सुरेंन्द्र कुमार और एसपी अजय कुमार साहनी खुद ही मतदान केन्द्रों पर पहुंच कर हालात का जायजा लेते रहे। लेकिन फर्जी वोटों के डालने की खबरें निरंतर आती रहीं। आखिर जब हर मतदाता अपने पहचानपत्र के साथ जा रहा था तो गड़बड़ी इतनी बड़ी तादाद में कैसे हुई, यह गौरतलब सवाल है।