भ्रष्टाचार के आरोप में शोहरतगढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष बबिता कसौधन के अधिकार सीज, पूर्व एसडीएम सस्पेंड
नजीर मलिक
निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार सहित अन्य कई घपलों में लिप्त पाई जाने पर शोहरतगढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष बबिता कसौधन का प्रशासनिक, वित्तीय सहित सारे अधिकार छीन लिये गये हैं। इसी के साथ तत्कालीन एसडीएम को निलंबित कर दिया गया है। बबिता हिंदू युवा वाहिनी के बडे़ नेता सुभाष कसौधन की पत्नी हैं।
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश शासन का यह आदेश कल आया है, जिसे जिलाधिकारी ने तत्काल लागू कर दिया है। उनके खिलाफ निर्माण कार्यों में घपले से लेकर वित्तीय गड़बड़ी के कई आरोप साबित हुए हैं। इसी मामले में तत्कालीन एसडीएम शिव बहादुर सिंह को निलम्बित कर दिया गया है और संबंधित ठेकेदारों से धन रिकवरी का आदेश भी दिया गया है।
खबर के मुताबिक सभासद मनोज मित्तल ने शासन में शिकायत की थी कि अध्यक्ष बबिता कसौधन ने नगर पंचायत में निर्माण कार्यों में भारी गड़बड़ी कराया है। उन्होंने अन्य कई वित्तीय गड़बड़ियां भी की हैं।
बताया जाता है कि मामले की जांच सदर एसडीएम और एक्सईएन पीडब्ल्यूडी ने की। जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही पाया गया, जिसे शासन को भेज दिया गया।
इस पर शासन ने अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया। जवाब मिलने के बाद फिर जांच हुई, और घपले की पुष्टि होने पर शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया।
बबिता कसौधन का अधिकार सीज होने के बाद शोहरतगढ़ में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। शिकायत करने वाले मनोज मित्तल ने इसे न्याय की जीत बताया है, जबकि बबिता कसौधन से बात नहीं हो पाई है।
याद रहे कि बबिता कसौधन पर नगर पंचायत में कम से कम एक करोड़ घपला करने का आरोप हे। उनके पति हिंदू यवा वाहिनी के बड़े नेता हैं। मनोज मित्तल उनके राजनीतिक प्रतिद्धंदी हैं।
जिलाधिकारी डा सुरेंन्द्र कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि जल्द ही मामले में अगली कार्रवाई होगी। अध्यक्ष को कारण बताओं नोटिस जारी की जायेगी। जरूरत पडी तो समिति भी गठित की जायेगी।
दूसरी तरफ अध्यक्ष के पति और प्रतिनिधि ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए सत्ता पक्ष के एक नेता पर आरोप लगाया है कि वह उनका उत्पीडन करने में लगे हैं।