दबंगों ने दलित परिवार को जम कर पीटा, अधेड़ महिला को किया मरणासन्न, पुलिस ने 151 जैसा टालू रवैया अपनाया
ओजैर खान
बढ़नी, सिद्धार्थनगर। चुनावी रंजिश को लेकर दुधवनियां खुर्द गांव में कुछ लोगें ने मिल कर एक गरीब दलित परिवार पर हमला बोल दिया। दबंगों ने पूरे परिवार की जबरदस्त पिटाई की। जिसमें एक महिला तो लगभग मरते मरते बची। लेकिन ढेबरुआ की पुलिस ने न्याय के नाम पर आतताइयों को धारा 151 में चालान कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लिया। जिले में अपराधों के अल्पीकरण की घटनाएं पलिस निरंतर कर रही है, मगर कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
बताया जाता है कि गत मंगलवार/ बुधवार को गांव के लगभग एक दर्जन व्यक्ति दलित राम बरन के घर पर पहुंच गये और सभी लोगों को पीटने लगे। उन्होंने परिवार के फूलमती, मीना, नन्द किशोर, दिनेश कुमार आदि आधा दर्जन लोगों की जम कर पिटाई की। घर की अधेड़ महिला फूलमती की तो इतनी पिटाई किया कि वह मरने के कगार पर पहुंच गई। फूलमती इस घटना को पूर्व प्रधान की शह बताती है। उन्हीं के कहने पर उनके लोगों ने पूरे परिवार को पीटा।
बताया जाता है कि इस घटना की जनकारी और अभियुक्तों पर दलित एक्ट एव अन्य धाराओं में मुकदमा लिखाने के लिए पीड़ित परिवार थाने पहुंचा तो ढूबरूआ पुलिस ने मुकदमा लिखने के बजाए सभी अभियुक्तों को धारा 151 के तहत चालान कर दिया। जिसमें लोगों को खड़े खड़े जमानत मिल जाती है। इस प्रकार अभियुक्त एसडीएम कोर्ट में जमानत लेकर बाहर आ गये।
पीड़ित पक्ष इस घटना से निराश व हताश हो गया है। उसने 26 जून को घटना का पूरा विवरण भेज कर जिम्मदारों से अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा लिख कर कर्रवाई की मांग की है। चुनाव बाद से अक्सर चुनावी वजहों को लेकर गांवों में मारपीट की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। मगर पुलिस अधिकतर मामलों में 151 दर्ज कर टाल देती है। पुलिस कप्तान को इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।