स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर नेपाल के मधेश क्षेत्र में एलर्ट, सेना के साये में चुनाव 13 मई को
भारतीय सीमा से सटे मधेस प्रदेश, लुम्बनी, सुदूर पश्चिम व प्रदेश नम्बर एक काफी संवेदनशील, चुनाव के दौरान वहां तैनात रहेगी नेपाली सेना
निजाम जिलानी
ककरहवा, सिद्धार्थनगर। नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय ने नेपाल के सात प्रदेश के 77 जिलों में 13 मई को होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर सीमावर्ती इलाकों में सतकर्ता बरतने के आदेश दिए है। गृहमंत्रालय ने कहा कि भारत नेपाल बॉर्डर पर खास तौर पर सतर्कता बढ़ाई जाएगी। मधेस प्रदेशो में निगरानी के लिए भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जायेगी। चूंकि नेपाल सरकार के ग्रहमंत्रालय के अनुसार मधेश प्रदेश में चुनाव बहुत जोखिम पूर्ण है इस लिए इस प्रदेश में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। ग्रहमंत्रालय के अनुसार मधेश प्रदेशों में भगौलिक कठनाइयों के कारण मतपत्र व मतपेटिका पैदल ले जाने के कारण जोखिम भरा रहता है। इसी वजह से यहाँ पर खास तौर पर सुरक्षा रहेगी।
नेपाल के अन्य तराई प्रदेशो के जिले भारत नेपाल सीमा से सटे होने के कारण यहां भी खास सुरक्षा रहेगी। ग्रह मंत्रालय ने यह भी बताया है कि कर्णाली प्रदेश में माओवादी व विप्लव गुट के प्रभाव के कारण इस प्रदेश में आर्मी भी लगाई जाएगी। जिससे यहां शांति पूर्ण ढंग से मतदान कराया जा सके। चूंकि इस प्रदेश में विप्लव गुट व सीके रावत गुट काफी सक्रिय हैं और ग्रह मंत्रालय के मुताबिक मधेस प्रदेश, लुम्बनी, सुदूर पश्चिम व प्रदेश नम्बर एक जो भारतीय सीमा से सटे हैं इसलिए यहां भी सुरक्षा के कारण सेना तैनात की जाएगी।
क्या कहा ग्रहमंत्रालय के प्रवक्ता ने
नेपाल में होने जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर गृहमंत्रालय के प्रवक्ता फणि चन्द्रमणी पोखरेल ने कहा कि इन प्रदेशो की हालत के बारे में जांच कराने के उपरांत निर्णय लिया गया है कि सभी बताये गये जिलों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहेंगे उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा है कि देश भर के मतदान स्थलों को तीन समूह में बांटा गया है। और इन मतदान स्थलों पर पैरा मिलिट्री, आर्मी, पुलिस व खुफिया विभाग के सुरक्षाकर्मी की तैनाती रहेगी।
इतने बनाये जाएंगे मतदान केंद्र स्थल
नेपाल में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने पूरे नेपाल में 10 हज़ार 07 सौ 56 मतदान स्थल व 21 हज़ार 09 सौ 55 मतदान केंद्र बनायेगा। इन सभी स्थानों पर सुरक्षा ब्यवस्था कड़ी रहेगी। तीन प्रकार की बैरिकेटिंग बनाई जाएंगी। यही नही तीन प्रकार के मतदान केंद्र बनाए जाएंगे जिसमे अतिसंवेदनसील,संवेदनसील व सामान्य केंद्र रहेंगे। आयोग के अनुसार दो हज़ार 09 सौ 45 मतदान स्थल को अतिसंवेदनसील घोषित किया गया है। इसी तरह चार हज़ार चार सौ 20 मतदान स्थल संवेदनसील और 03 हज़ार 03 सौ 19 मतदान स्थल सामान्य बताये गये हैं।