गुब्बारा गैस सिलेंडर के फटने से 17 साल की चांदनी के चीथडे उड़ गये
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। शिवनगर डिड़ई थाना क्षेत्र के भैंसहा गांव में बुधवार दोपहर 2.45 बजे गुब्बारा फुलाने के लिए रखे हाइड्रोजन गैस का सिलेंडर फटने से 17 वर्षीय किशोरी की मौत ब़ड़े भयानक अंदाज में हो गई। ब्लास्ट इतना खतरनाक थाकि मृतक बालिका के शरीर के चथ़े उड़ करबिखर गये। तेज धमाके की खबर से आसपास के लोग तत्काल मौके पर पहुंच गए। घटना के कारण गांव में शोक का माहौल है।
बताया जाता है कि बांसी तहसील के शिवनगर थाना क्षेत्र के भैंसहा गांव निवासी सुनील चौधरी की 17 वर्षीय पुत्री चांदनी मकान के बरामदे में रखे हाइड्रोजन सिलेंडर के पास तख्त पर खाना खा रही थी कि अचानक जोरदार आवाज के साथ सिलेंडर फट गया और बगल में खाना खा रही चांदनी सिलेंडर के चपेट में आ गई, जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। घटना के बाद का दृश्य इतना भयानक था कि मृत किशोरी का क्षत-विक्षत शव को देख हर कोई सिहर गया। सिलेंडर ब्लॉस्ट की जोरदार आवाज सुनकर काफी संख्या मे लोग इकट्ठा हो गए।
बुआ के घर से आई थी और आ गई हादसे की चपेट में
परिजनों ने बताया कि मृतका चांदनी व बड़ी बहन निशा तथा छोटी बहन महिमा के सर से मां का साया दो वर्ष पूर्व ही हट गया था। उसके पिता सुनील चौधरी ट्रक ड्राईवर हैं। मां के निधन के बाद से चांदनी अपनी बुआ रत्ना के घर मसिना गांव में रहती थी और अन्य दो बहने अपने बाबा बाबूराम चौधरी व चाचा राम प्रसाद के साथ घर पर रहती थीं। यह संयोग ही था कि बुधवार को चांदनी अपनी बुआ के साथ भैंसहा आई थी जहां सिलेंडर ब्लॉस्ट में उसकी दर्दनाक मृत्यु हो गई।
हाइड्रोजन सिलेंडर के बावत लोगों ने बताया कि चांदनी का चाचा राम प्रसाद गैस सिलेंडर से गुब्बारा फुलाकर बाजार-बाजार जाकर बेचने का काम करता है। बताते हैं कि आज भी बाजार जाने के लिए सिलेंडर निकाल कर बाहर रखा था। चांदनी तीन बहनों में दूसरे नंबर की है, जबकि, उसके कोई भाई नहीं है। घटना के बाद परिजनों ने शव को दफना दिया। इस बावत इंसपेक्टर थाना शिवनगर डिड़ई ज्ञानेंद्र कुमार राय ने बताया कि घटना से संबंधित परिजनों ने कोई सूचना नहीं दी है। हल्का के एसआई को मौके पर भेजा गया है।