अपराध निरोधक समिति ने किया सिद्धार्थनगर जिला जेल का निरीक्षण

September 14, 2022 7:50 PM0 commentsViews: 346
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कारागार में निरुद्ध बंदी अब होंगे कौशल विकास से आत्मनिर्भर, जेल से छूटने के बाद समाज में जाकर बंदी करेंगे अपने हुनर की मेहनत से जीवन यापन

 

अजीत सिंह

सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति लखनऊ के  प्रांतीय सहायक सचिव मयंक कुमार सिंह की टीम ने  बुधवार को समिति के सदस्यों द्वारा जिला कारागार का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सभी व्यावस्थायें सामान्य पाई गई। जेल में कैदियों के लिए 3000 लीटर का आरो प्लांट लगा हुआ कि और कैदियों के लिए पुस्तकालय भी है।

 

कुल बंदियों की संख्या 540 के सापेक्ष 844 है महिला कैदियों की संख्या 19 है और बच्चों की संख्या 45 है। कारागार में सभी सीसीटीवी कैमरा वर्किंग में है। अस्पताल की क्षमता 25 बेड की है समिति के सदस्यों द्वारा अस्पताल में भर्ती कुछ कैदियों से बात की गई कैदियों ने बताया कि अस्पताल में समय से दवा और समुचित साध्य रोगों की जेल परिसर के अस्पताल में व्यवस्था है। जेल परिसर हराभरा है जिसका रख रखाव बंदियों के सहयोग से नित्य होता है।

 

जेल अधीक्षक अभिषेक चौधरी ने बताया कि जेल का निर्माण 2006 में किया गया था अभी तक कौशल विकास माध्यम द्वारा 80 कैदियों को सिलाई, प्लंबर और मोटर बॉन्डिंग का प्रशिक्षण दिया जा चुका है और आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण होते रहेंगे और बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जाता रहेगा।

 

निरीक्षण के उपरांत पत्रकारों बात करते हुए प्रांतीय सहायक सचिव मयंक सिंह ने बताया कि संस्था के चेयरमैन डॉ. उमेश शर्मा व प्रांतीय सचिव जीके पाठक के दिशा निर्देशन हम लोग जेल का जायजा लेने आये थे। उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति जेल मैनुअल के अंतर्गत काम करती है यह 1938 से विधिवत कार्यरत है। समिति समाज के अंदर व्याप्त अपराध निरोधन का कार्य करती है और जेल में बंदियों की समस्याओं व उनके निस्तारण हेतु सुझाव शासन को प्रेषित करती है। निरीक्षण करने में मुख्य रूप से मंडल सचिव गोरखपुर राज सिंह, पुलिस पब्लिक समन्वयक अमित यादव, सचिव थाना कमेटी दीपक अग्रवाल आदि पदाधिकारी उपस्थित रहें।

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