दहशत में ग्रामीण: सावधान! सूरज ढलने के बाद अनजानी जगह पर शक में पीटे भी जा सकते हैं
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सावधान! अगर आप सूरज ढलने के बाद किसी अनजानी जगह पर जाते हैं तो तो जरा सतर्क रहें। किसी के पूछते ही नाम पता फौरन बतायें। देर होने पर चोर लुटेरे के संदेह में आपके साथ अनहोनी हो सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की नाकामी और चोर के शोर से फैली दहशत लोगों के दिमाग पर इस कदर हावी है कि वह रात में दिखने वाले किसी को भी संदिग्ध मानकर पीट दे रहे हैं। जिससे आम आदमी में दहशत बढ़ने लगी है। लोग सूरज ढलने के बाद से कहीं आने जाने में डरने लगे हैं। हालांकि पुलिस किसी अनजाने चेहरे को पीने के बजाए पुलिस को सूचना देने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन दहशत का कुहासा है कि छंटता नहीं प्रतीत हो रहा है।
पता चला है कि शनिवार रात सदर थाना क्षेत्र के जगमोहनी और पथरा थाना क्षेत्र के पाली गांव में दो ऐसे मामले सामने आए। पथरा में मानसिक रूप से कमजोर को पीट दिया तो सदर थाना क्षेत्र के जगमोहनी में जुआ खेल रहे दोनों लोगों को भीड़ ने चोर समझकर कूट दिया। कहते हैं कि पिटाई तब तक हुई, जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। ऐसे में अगर रात में कहीं निकलते हैं और कोई रोकता है तो तत्काल उसे पता बताएं और पुलिस के पास कॉल करें। पुलिस भी इन घटनाओं को लेकर लोगों को जागरूक करने की बात कर रही है।
पाली गांव में पीटा गया बेकसूर
गत शनिवार की रात पथरा थाना क्षेत्र के ग्राम पाली में एक संदिग्ध व्यक्ति को ग्रामीणों ने पिटाई कर दी। पूछताछ पर वह अपने बारे में कुछ ठीक से बता नहीं पा रहा था।कभी नेपाल तो कभी बंगलौर का नाम ले रहा था और कभी अपने साथ तीन तो कभी चार साथी होंने की बात भी कर रहा था। फिलहाल ग्रामीणों ने उसे पुलिस को सौंप दिया है। थानाध्यक्ष पथरा बाजार मीरा चौहान की जांच में उसकी पहचान रशिद पुत्र छेदी निवासी बगहरा कोतवाली बांसी के रूप में हुई। इसके बाद बांसी पुलिस को सौंप दिया। बांसी कोतवाल बिदेश्वरी मणि त्रिपाठी ने बताया कि युवक अर्धविक्षिप्त है वह अकसर घूमत रहता है भटक कर गांव में पहुंचा था। उसके परिजन को बुलाकर लिखा पढ़ी करके सुपुर्द कर दिया गया।
जगमोहनी में एक को पीट कर अधमरा कर दिया
इसी प्रकार पांच दिन पूर्व भी सदर थाना क्षेत्र के जगमोहनी गांव में दो लोगों को ग्रामीणों ने घेर लिया और उनकी खूब धुनाई की। किसी तरह से जान बचाकर वह भागे। भागते वक्त बाइक भी छोड़ दिए। कुछ ही देर बाद पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। इसके बाद पुलिस को इस मामले की जानकारी हुई। लोगों के मुताबिक बाग में दोनों जुआ खेल रहे थे। ग्रामीणों ने समझा कि चोरी की योजना बना रहे हैं। इसलिए घेरकर पीट दिया। हालांकि शहर कोतवाल गौरव सिंह ने बताया कि जुआ खेलने की बात संज्ञान में नहीं है। वह शराब पीटकर मारपीट कर रहे थे। पुलिस के पहुंचते ही भाग निकले।
ग्राम थुम्हवा से हुई थी शुरूआत
इस तरह की घटनाएं इक्का दुक्क नहीं ल्कि अनेक हैं। इसकी शुरूआत दिसम्बर में एक चोर के पकड़े जाने से हुई थी। दरअसल पथरा के थुम्हवा गांव में दिसंबर माह घर में चोरी करते हुए ग्रामीणों ने एक बदमाश को पकड़ लिया था। उसकी धुनाई की और पुलिस को सौंप दिया था। जांच के बाद उसी गैंग के चार शातिर पकड़े गए। बाद में पता चला कि यह बरेली के लुटेरों का गैंग है। इस वारदात के बाद लोगों में डर उत्पन्न हो गया। गांव में रतजगा करने के साथ ही संदिग्ध दिखने वालों से पूछताछ कर रहे हैं।
इसके बाद हर जाने आदमी को रात में देख कर पीटे जाने की घनाएं होने लगीं। ऊपर से पिछले दिनों चोरी करने की चुनौती ने वाले कई कथित पोस्टर भी वयरल होने के चनते इस प्रकार के कुत्यों को जाने अनजाने ब़ढ़ावा मिला।
अपर एसपी ने कहा
इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ का कहना है कि गश्त पर निकलने वाले पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि अगर रात में कोई संदिग्ध मिले तो उसे पीटे नहीं है। बल्कि तत्काल पुलिस को सूचना दें। साथ ही लोग को खुद जागरूक होने की जरूरत है कि अगर कहीं कोई घेरता है तो पता बताने के साथ ही खुद पुलिस को सूचना दे दें।