घने कोहरे के कारण गई सतीश की जान, नवजात भतीजे को देख कर लौट रहा था अस्पताल से घर
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। अस्पताल से घर आ रहे एक बाइक सवार की इलेक्ट्रिक पोल से टकरा कर बीती रात मौत हो गई। दुर्घटना का कारण घना कोहरा बताया जाता है।जिसके चलते उस निर्दोष की जान गई। 35 वर्षीय मृतक का नाम सतीश वर्मा है तथा वह जिला मुख्यालय के बुद्धनगर वार्ड का निवासी बताया जाता है। इस घटना से मोहल्ले में कोहराम मचा हुआ है। घटना रविवार रात की है। इस सदमें से मुहल्ले में शोक छाया हुआ है।
बताया जाता है कि शहर के बुद्धनगर मोहल्ला निवासी सतीश वर्मा पुत्र मगनु वर्मा के भाई की पत्नी को माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज में बच्चा पैदा हुआ है। वह रविवार की शाम मेडिकल काॅलेज में अपने नवजात भतीजे को देखने तथा वहां रह रहे तीमारदार को खाना देने गया था। भतीजे के जन्म में मगन सतीश को बातचीत करते अस्पताल में देर हो गई। वह रात करीब 11 बजे घर लौट रहा था। वह अभी घर से कुछ दूर पहले ही पहुंचा था कि सड़क के सटे लगे बिजली के खंभे से टकरा गया। हादसे की वजह से कोहरा अधिक होना रहा। हादसा देखकर लोग मेडिकल कॉलेज लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। सतीश की मौत से बुद्धनगर वार्ड में शोक का माहौल है।
इस बारे में प्रभारी निरीक्षक सदर गौरव सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस बात का जवाब कौन देगा की शहर की संकरी गलियों को चौड़ी किये बिना वहां बिजली के खंभे लगा देना कौन सी बुद्धिमानी है और अगर खंभ लगाना अनिवार्य ही होता है तो संकरे रास्ते वाले विद्युत पोलों पर पर कोहरा निरोधक बल्ब क्यों नहीं लगाये जाते। कोहरे के चलते प्रति वर्ष सदिर्यो में दर्जनों लोग अकारण जान गवा बैठते हैं। अभी पखवारे भर पहले ही गोल्हौरा और खेसरहा क्षेत्र में भी ऐसी ही दुर्घटनाएं घट चुकी हैं, मगर व्यवस्था के जिम्मेदार इस दिशा में सोच ही नहीं पाते।