संध्या मर्डर केस में चार्जशीटः बेटी के कत्ल के जुर्म में बाप को सजा दिलायेगी पुलिस
संध्या का दूसरी जाति के लड़के से प्रेम करना सहन न था प्रह्लाद
को, इसलिए आनर किलिंग की भावना से ली बेटी की जान
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ टाउन के करीब खरगवार गांव में 10 फरवरी को हुई ऑनर किलिंग के मामले में पुलिस ने विवेचना पूरी करके चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दिया है। जल्द ही मामले की सुनवाई शुरू हो सकती है। बता दें कि 11 वीं की छात्रा संध्या प्रजापति की हत्या का आरोप उसके पिता प्रहलाद प्रजापति पर ही है। आरोप है कि संध्या का दूसरी जाति के लड़के अकित पांडेय से प्यार करना उसके लिए भारी पड़ा। आरोपी पिता अभी सलाखों के पीछे ही है। इस सनसनीखेज केस में पुलिस ने विवेचना में ठोस साक्ष्य संकलन किया है, जिससे सुनवाई के दौरान बेटी के कत्ल के आरोप में जल्द से जल्द आरोपी पिता को सजा दिलाई जा सके।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने ऑनर किलिंग के इस मामले की विवेचना गहनता से की है। इसमें कई अहम साक्ष्यों को संकलन किया है जो सुनवाई में अहम साबित हो सकता है। इसमें रेलवे स्टेशन पर आरोपी के आते-जाते देखा जाना। योजना के तहत लखनऊ के लिए टे्रन की टिकट, टैंपों में मृतका को घूमने और सबसे अहम मोबाइल का लोकेशन साक्ष्य संकलन में है। चावल के सैंपल आदि जो इस सुनवाई में अहम कड़ी साबित होगा। इसके अलावा भी पुलिस ने कई साक्ष्य शामिल किए हैं।
ध्यान रहे कि शोरतगढ़ थाने के खरगवार गांव की 17 वर्षीया छात्रा संध्या प्रजापति पिछले 11 फरवरी को शिवपति इंटर कॉलेज में 11वीं की छात्रा घर से परीक्षा देने की बात कह कर सुबह घर निकली थी। उसी के साथ उसका पिता प्रहलछ प्रजापति भी मुम्बई जाने की बात कह कर घर से निकल गया था। मगर संध्या शाम तक घर नहीं लौटी। दूसरे दिन सुबह लगभग 7 बजे खरगवार गांव के पूरब बने प्राथमिक विद्यालय के पास बाग में शव पाया गया था। लाश उसके भाई ने देखा था। सूचना पर घटना स्थल पर पुलिस भी पहुंच कर फोरेंसिक टीम के साथ शव का पंचनामा किया। गांव के ही एक युवक अंकित जो उसका कथित प्रेमी था, उस पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज करके मामले जांच शुरू की। जांच में पिता ही कातिल पाया गया। जो बेटी को युवक से मिलने से मना कर रहा था। मानी नहीं तो योजना बनाकर हत्या कर दी और पत्नी से आरोप युवक पर मढ़वा दिया। लेकिन पुलिस से बच नहीं पाया और पकड़ में आ गया।
जबकि पलिस को जांच में पता चलाकि संध्या का पिता मुम्बई गया ही नहीं। घटना केदिन परीक्षा खतम होने के बाद वह बेटी सेमिला। उसके दिन भर घुमाया और रात घर लौटने के बहाने वह संध्या को लेकर लौटा तथा गांव के पास उसका कत्ल कर दूसरी टेन से मुम्बई केलिए रवाना हो गया। मगर घटना के तीसरे ही दिन पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करके आरोपी पिता को जेल भेज दिया। और आरोपी बनाया गया युवक अंकित अकारण जेल जाने से बच गया था। इस बारें में शोहतगढ़ थाने के प्रभारी निरीक्षक राजकुमार पांडेय ने बताया कि छात्रा की हत्या के मामले की विवेचना पूरी कर ली गई है। साक्ष्य संकलन के साथ ही चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दिया गया है। मामले की सुनवाई में पुलिस केस की पैरवी करेगी।