कमजोर की मदद के सामने बड़े बड़े पद ठकरा दिये कांग्रेस नेता स्व. अलीअहमद ने
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व. अली अहमद आम आदमी के प्रबल पक्षधर थे। इसके लिए वह हमेशा बड़ी ताकतों से संघर्ष करते रहे। उनका जुझारूपन कई बार उनकी प्रगति की राह में बाधक भी बना, मगर इसके बाद भी भी उन्होंने अपनी लड़कू प्रवृति को नहीं त्यागा और सदा कमजोरों के लिए संघर्ष करते रहे।
यह बात उनकी पहली बरसी पर आयोजित सर्व दलीय श्रद्धांजलि सभा में हर दल के वक्ताओं ने कहा। श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए बिहार के पूर्व राज्यसभा सदस्य आस मोहम्मद ने ने स्व. अलीअहमद और अपने साथ की अनेक यादों को साझा करते हुए उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला और कहा कि वे एक कुशल संगठनकर्ता और जुझारू व्यक्तित्व के मालिक थे। उनकी कमी यहां के आवाम को सदा खलती रहेगी।
कांग्रेस के नेता व पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री नर्वदेश्वर शुक्ल ने कहा कि अनपे लड़ने की प्रवति के कारण अलीअहमद भाई ने सदा ही राजनीतिक घाटा उठाया मगर कभी कमजोरों के मुद्दे पर लड़ने से परहेज नहीं किया। यह तक कि वे इसे क्षणों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से लड़ जाते रहे। उन्होंने भरे मंच पर स्व. अलीअहमद के पुत्र सादिक अली विकी की पीठ थपथपा कर सांत्वना दी और कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में सादिक अली अहमद भाई की खाली जगह को भरने में यकीनन कामयाब होंगे।
इसके अलावा पूर्व सांसद मु. मुकीम ने हाजी अली अहमद को एक जननेता बताया तो, इरफान मलिक ने अपने पिता व पूर्व मंत्री स्व. कमाल यूसुफ मलिक के साथ् बिताये लम्हों के सहारे उनके व्यक्तित्व व कृतित्व का सुदंर चित्रण किया। अंत में सपा जिलाध्यक्ष काजी सुहेल अहमद की श्रद्धांजलि के साथ सभा का समापन हुआ।
कार्यक्रम में सपा नेता मुरलीधर मिश्र, सपा नेता खुरशीद अहमद, बाबर अब्बासी, सबरे आलम, के.बी. सिंह, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद तिवारी, नादिर सलाम, रंजना मिश्रा आदि ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने किया।