धर्म परिवर्तन कराने के मामले में दो हिरासत में, क्या जिले में सक्रिय हैं इसाई मिशनरियां?
एक साल में धर्म परिवर्तन के चार कथित मामले आये सामने,मगर
एक में भी न दोष सिद्ध हुआ, न तो किसी मिशनरी का हाथ मिला
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। चिल्हिया थाना क्षेत्र के अलीदापुर गांव में कथित धर्मपरिवर्तन के आरोप में पुलिस ने दो आरोपियों पर केस दर्ज करते हुए उन्हे हिरासत में ले लिया है। यह कार्रवाई विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारी की तहरीर मिलने के बाद की गई है। उल्लेखनीय है कि जिले में कुछ दिनों से कथत धर्म परिवर्तन के मामलों की कई खबरें प्रकाश में आ चुकी हैं, मगर हर बार मामला शिकवा शिकायत से आगे नहीं बढ़ता। इस बार दो आदमी की गिरफ्तारी से मामले में जरूर हलचल होती दिख रही है। दरअसल इस प्रकार की प्रार्थना सभाओं में केवल इसाई धर्म के बारे में केवल धर्मोपदेश ही होता है या फिर लालच अथवा भय से उनका धर्मांतरण भी कराया जाता है, इस बारे में अभी ठोस तथ्य प्रकाश में नहीं आ सका है। लेकिन यह सवाल तो कायम हो ही गया है कि क्या जिले में सचमुच में इसाई मिशनरियां धर्म परिवर्तन कराने के लिए सक्रिय हो रही हैं।
क्या है मामले की पूरी कहानी
चिल्हिया थानाक्षेत्र के अलीदापुर गांव के एक टोले में रविवार को प्रार्थना सभा में धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है। आरोप है कि बीमारी ठीक करने और चमत्कार का झांसा देकर ग्रामीणों को धर्म परिवर्तन के लिए ग्रामीणों को उकसाया जा रहा था। अलीदापुर गांव की प्रार्थना सभा में धर्मांतरण कराए जाने की सूचना पर पहुंचे विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारियों ने क्षेत्र के लोगों के साथ मिलकर कार्यक्रम स्थल पर जमकर हंगामा किया। हंगामें की सूचना पकार मौके पर पुलिस भी पहुंच गई।
बताया जा रहा है कि प्रार्थना सभा के लिए गांव के 100 से अधिक लोगों को जुटाया गया था। आरोप है कि प्रार्थना सभा के लिए यहां ग्रामीणों को बुलाया जाता है और बीमारी ठीक करने समेत तमाम समस्याओं से मुक्ति दिलाने का झांसा देकर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जाता है। रविवार को हंगामे की सूचना पर अलीदापुर पहुंची पुलिस ने प्रार्थना सभा स्थल से गांव के ही दुर्गेश और बृजलाल को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारी अनिल विश्वकर्मा की तहरीर पर दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
अब तक सामने आ चुके हैं 4 कथित मामले
बता दें कि इस घटना से पूर्व भी जिले में एक साल में कथित धर्मांतरण की तीन अन्य घटनाएं प्रकाश में आ चुकी हैं। लगभग तीन माह पूर्व लोटन कोतवाली क्षेत्र में भी एक ऐसा ही प्रकरण सामने आया था। उसकी भी छानबीन हुई थी। 5 महीने पूर्व जिला मुख्यालय के महनगा क्षेत्र में भी इसी प्रकार प्रार्थना सभा में हंगामा हुआ था तथा धर्मानांतरण के आरोप पर पुलिस ने लोगों से पूछताछ की थी। इससे भी पूर्व बांसी तहसील में धर्मातरण के प्रयास की खबरें आ चुकी हैं। अगर यह चारों मामले वास्तव में सच हैं तो यह गंभीर मुदृदा है, मगर इन चारों ही मामलों में से अभी तक किसी में भी धर्मांतरण के आरोप का दोष सिद्ध नहीं हो पाया है। न ही किसी इसाई मिशनरी का रोल ही प्रकाश में आ सका है। ताजा मामले का भी अंत देखना दिलचस्प होगा कि पकड़ गये लोगों पर दोष सिद्ध होता है या नहीं?
सीओ शोहरतगढ़ ने कहा
इस सिलसिले में शोहरतगढ़ के सीओ सुजीत कुमार राय ने कहा कि मामले की सूचना मिलने पर घटना के आरोपी दुर्गेश और बृजलाल के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों को हिरासत में ले कर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है। तदानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।