संभल जा रहे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को रोका गया, बंगले पर भारी पुलिसबल तैनात
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के नेताओं की एक टीम को संभल दौरे पर जाना था। मगर सपाई डेलिगेशन के रवानगी से पहले लखनऊ में बड़ा पुलिसिया एक्शन हो गया। संभल रवानगी से पूर्व ही नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के बंगले पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस तरह वह अघोषित नजरबंदी की हालत में आ गये। उनके साथ विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के आवास के बाहर भी पुलिस तैनात है। । दरअसल सपा के डेलिगेशन को संभल जाना था। इससे पहले ही नेताओं के घरों के बाहर पुलिस बन तैनात कर दिया गया है। ऐसे में उनकी रवानगी असंभव हो गई है।
बताया जाता है कि जिले के इटवा क्षेत्र के विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के सेक्टर-11 वृंदावन योजना स्थित आवास के बाहर रात से ही पुलिस तैनात कर दी गई थी। सुबह उठ कर जब वह संभल जाने की तैयारी में लगे तब उन्हें स्थिति का भान हुआ कि उनका आवास पुलिस से धिरा हुआ है और वह चाह कर भी घर से नहीं निकल सकते। पुलिस ने उन्हें संभल के डीएम काएक पत्र भी उपलब्ध कराया है। उस पत्र में स्पष्ट किया गया है कि 30 नवंबर तक बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन, या फिर जनप्रतिनिधि का जिले की सीमा में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
इस बारे में इटवा विधायक व नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने बताया कि इस संदर्भ में उन्हें कोई लिखित नोटिस तो दिया नहीं है। सिर्फ ऐसे ही घर के बाहर पुलिस लगा दिया। उनके मुताबिक नियमानुसार उन्हें नोटिस देनी चाहिए थी। पांडेय ने यह भी कहा कि अन्य सभी लोग जा रहे हैं। लेकिन, हमे रोक कर यह यह जाताया जा रहा है कि मानों हमारे जाने से अशांति पैदा हो जाएगी। यह सरकार अपने कार्यों पर पर्दा डालने के लिए जानबूझ कर यह कृत्य रही है।
बता दें कि एक सप्ताह पूर्व संभल की एतिहासिक जामा मास्जिद के सर्वे के मुदृदे पर वहां हिंसा फैल गई थी, जिसमें पांच व्यक्तियों की मौत हो गई थी। इसके बाद से प्रशासन वहां शांति के लिए निरंतर प्र्रयास में लगा हुआ है। सपा प्रतिनिधि मंडल हालात का जायजा लेने के लिए आज वहां रवाना हो रहा था, मगर इससे पहले ही प्रतिनिधिमंडल के तीनों नेताओं के आवासों पर पुलिस तैनात कर उन्हें जाने से रोक दिया गया।