धर्म परिवर्तन में पांच गिरफ्तार, महाजगंज व नेपाल से जुडें हैं साजिश के तार?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। रविवार को जिले के उसका बाजार कस्बे में एक प्रार्थना सभा के दौरान धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में उसका थाने की पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय ने पुलिस को तहरीर दी थी। जिसके आधार पर पुलिस ने कस्बे के मथुरा नगर वार्ड में सुजीत कुमार द्वारा आयोजित प्रार्थना सभा स्थल से सुजीत कुमार सहित मधु, सपना, रमेश और रामप्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। आरोप के मुताबिक यह सब एक समुदाय के लोगों को इसाई धर्म में दीक्षित करने के प्रयास कर रहे थे। उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
जिले में इसाई धर्म के प्रार्थना स्थल के माध्यम से किसी के धर्म परिवर्तन कराने की यह पहली घटना नहीं है। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक पिछले एक वर्ष में आधा दर्जन से ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं। इन सभी घटनाओं की प्रकृति लगभग एक सी है। अभी पिछले महीने लोटन ब्लाक के ग्राम भुसौला में भी ऐसी ही घटना देखने में आर्उ थी। इसके पूर्व मुख्यालय के परसा शाहआलम व बांसी तहसील में भी ऐसी घटनायें प्रकाश में आ चुकी हैं। इन सभी में धर्म परिवर्तन के प्रयास के आरोप हैं। मौके पर कोई भी धर्म परिवर्तित पाया नहीं गया है। ऐसी प्रर्थना सभाओं में अधिकांश दलित समुदाय के लोग ही पाये जाते हैं। मौके पर इसाई साहित्य क्रस आदि पाये गये हैं।
हालांकि इन प्रार्थना स्थल के आयोजकों की मानें तो वहां धर्म परिवर्तन का कोई प्रयास नहीं होता है। लेकिन हालात पर बारीक नजर डालने से प्रतीत होता है कि जिले में किसी मिशनरी संगठन की सक्रियता अवश्य है तथा इस कार्य में सक्रिय दिखने वाले लोगों में अधिकांशतः महाराजगंज तथा एक प्रमुख व्यक्ति नेपाल का भी होता है। उसका प्रकरण में भी लोटन कोतवाली के सहिला की रहने वाली सपना और महराजगंज जिले के शेषपुर निवासी रामप्रसाद की गिरफ्तारी से इस आशंका को और भी बल मिलता है। महाराजगंज भी नेपाल सीमा से सटा है इसलिए आशंका होती है कि ऐसे प्रकरणों से नेपाल के तार जरूर जुड़े हैं।
आपको बता कि नेपाल में समय समय पर होने वाले सर्वेक्षणों में इसई जनसंख्या में बड़ी तेजी से इजाफा होना देखा जा रहा है। जिले के जागरूक लोगों का कहना है कि नेपाल सीमा से सटे होने के कारण यहां भी हाल के दिनों में मिशनरी गतिविधियां बढ़ी हैं।