आठ एमबीबीएस छात्र छात्रा अनुशासनहीनता में तीन माह के लिए सस्पेंड, मगर वजह कुछ और है?

December 13, 2024 12:30 PM0 commentsViews: 608
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माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज में अनुशासनहीनता का मामला

 

नजीर मलिक   

मेडिकल कालेज परिसर में अफरा तफरी की हालत में छात्र छात्राएं

सिद्धार्थनगर। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की छात्रा के कमरे का दरवाजा तोड़ने और बदसलूकी के मामले में आठ छात्राओं को तीन माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि मामूली विवाद में छात्राएं इतनी उग्र हो गईं कि कुछ छात्राओं ने अपनी सहपाठी के कमरे का दरवाजा तोड़ डाला। उसके साथ शारीरिक उत्पीड़न भी हुआ।

क्या है घटना क्रम

इस घटना के बाद बृहस्पतिवार को दो छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई और इमरजेंसी में उनका इलाज कराया गया। मामला मंगलवार रात का है। बुधवार को  मेडिकल कालेज के छात्र छात्राओं ने कालेज परिसर में हंगामा भी किया। बुधवार को पीड़ित छात्रा के पक्ष से शिकायत पर मेडिकल कॉलेज की अनुशासन समिति ने जांच कर कार्रवाई की और गुरुवार को पीड़ित छात्रा की शिकायत को सही पाते हुए दोषी छात्र-छात्राओं के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई की गई। लेकिन मेडिकल कालेज परिसर में हुई चर्चाओं पर गौर करें तो इस अनुशासनहीनता के मामले के पीछे कोई और रहस्य है। जिस पर कथित तौर पर पर्दा डाला जा रहा है।

जानकारी के अनुसार माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार की रात एमबीबीएस-2023 बैच की एक छात्रा के कमरे पर पहुंचकर उसी बैच की छात्राओं ने बदसुलूकी की। आरोप है कि मामूली विवाद में छात्राएं इतनी उग्र हो गईं कि कमरे का दरवाजा भी तोड़ दिया। छात्राओं के इस आक्रामक रवैये से हॉस्टल में अफरा-तफरी मच गई। सहमी पीड़ित छात्रा ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन से शिकायत नहीं की और अपने पिता को जानकारी दी। बुधवार सुबह पीड़ित छात्रा के पिता मेडिकल कॉलेज पहुंचे और बेटी के साथ प्राचार्य से मिलकर मामले की जानकारी दी। पीड़िता ने आरोपी छात्राओं का नाम भी बताया। शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज की अनुशासन समिति में शामिल प्राचार्य डॉ. राजेश मोहन, डॉ. नौशाद, सह वार्डन डॉ. शगुफ्ता, डॉ. सीबी पांडेय, डॉ. एकता द्विवेदी, महिला हॉस्टल वार्डन डॉ. नीलम ने जांच की।

क्या कहती है चर्चाएं

लेकिन मेडिकल कालेज परिसर में तैर रही चर्चाएं कुछ और ही कहानी बयान बयान करती है। कुछ लोग कहते हैं कि घटना के पीछे प्रेम प्रसंग हो सकता है। जिसकों लेकर छात्र छात्राओं के दो गुट बने हुए हैं। लेकिन कालेज प्रशासन इन मामलों को सार्वजनिक कर मेडिकल कालेज की छवि खराब होने का रिस्क नहीं लेना चाहता है। यह भी कहा जा रहा है कि एक छात्रा के ब्वायफ्रेंड को लेकर दुसरे गुट की किसी छात्रा से अनबन थी जिसके चलते यह सब हुआ। मगर मेडिकल कालेज प्रशासन इन सबसे साफ इंकार करता है।

प्रचाार्य ने कहा

इस विषय में मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. राजेश मोहन का कहना है कि छात्रा की शिकायत की जांच पांच सदस्यीय अनुशासन समिति के रिपोर्ट पर उक्त दंडात्मक कार्रवाई की गई है।

 

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