मानव तस्करी बढी, फिर पकड़ी गईं नोएडा की लड़कियां, क्या उन्हें मसाजघरों में भेजा जा रहा

January 13, 2025 1:45 PM0 commentsViews: 545
Share news

क्या मानव तस्करी के बदल रहे समीकरण, एक पखवारे में घटी तीन घटनाओं में भारत से नेपाल ले जाई जा रहीं पांच युवतियां पकड़ी गईंं

नजीर मलिक

नेपाल बार्डर पर हाल में बरामद एक युवती

सिद्धार्थनगर। भारत़-नेपाल सीमा पर मानव तस्कर युवतियों की तस्करी को धड़ल्ले से अंजाम दे रहे हैं। बीते पन्द्रह दिनों में मानव तस्करी की प्रत्यक्षतः चार घटनाएं उजागर हुई हैं जिनमें में लड़कियां भारत से नेपाल ले जते समय सीमा पर पकड़ी गई है। इनमें रविवार को अलीगढ़वा बार्डर पर पकडी गई दो युवतियां भी है। सुंदर और स्मार्ट दिखने वाली नोएडा में रहने वाली इन लड़कियों को दो नेपाली नागरिक सीमा पार लेकर जा रहे थे, मगर वह पक़ड लिये गये। वह इन नेपालियों के जाल में कैसे फंसीं और वह नेपाल किस लालच में जा रही थीं, यह पुलिस के लिएए जांच का विषय है।

बार्डर पर पकड़ी गई कौन कौन युवती

नोएडा की युवतियों के पकड़े जाने के मा़त्र दो दिन पहले ही जिले के बढ़नी बार्डर पर एसएसबी के जवानों ने 19 साल की मंजू और 21 साल की शिखा के साथ दोनों को बहला कर ले जाने वाले अब्दुल नामक व्यक्ति को भी पकड़ा है। जिले के जोगिया था क्षेत्र की युवतियों को नेपाल ले जा कर अब्दुल उनका क्या करता, पुलिस इसकी जांच कर रही है। लेकिन पुलिस सूत्रों अनुसार मामला तो मानव तस्करी का ही था। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। इसी प्रकार पड़ोसी ज़िला मुखयालय बस्ती की एक 18 वर्षीय युवती को वहीं के चार युवक ले कर नेपाल जा रहे थे, मगर वह सीमा पार करने के दौरान पकड़ लिए गये। ये मामला भी मानव तस्करी से जुड़ा लगता था। वह लड़की भी स्मार्ट और सुंदर थी। सूत्र बताते हैं कि अगर उसे मानव तस्कर बेचते उसकी भारी कीमत लगती।

क्या करते हैं इन लड़कियों का मानव तस्कर

अब प्रश्न ये है कि अतीत में नेपाल से गरीब लड़कियां भारतीय क्षेत्र में लाई जाती थीं। उन्हें ज़रूरत के हिसाब से विभिन्न जगहों पर भेज दिया जाता था। कुछ लडकियां खाड़ी देशों को भी सप्लाई कर दी जाती थीँ। कुछ अन्य महानगरों में देह व्यापार के धंधे में खपा दी जाती थीं।  मानव तस्करों को इस काम के लिए भारी धन मिलता था। मगर हाल के दिनों में समीकरण पलट गए लगते हैं। ताजा समीकरण के मुताबिक अब लड़कियां नेपाल से भारत लाई तो जा रहीं हैं, लेकिन अब भारतीय मूल की लड़कियों को नेपाल भी ले जाया जा रहा है।

मसाजघरों में लम्बे कद की मांग बढ़ी

कुछ सूत्रों का कहना है कि अब काठमांडू आदि के मसाजघरों में भरतीय लड़कियों की डिमांड ज़्यादा हो रही है, लिहाज़ा उन्हें वहां के मसाजघरों में खपाया जा रहा होगा। वहां लम्बे कद की लड़कियों की काफी डिमांड हो रही है जबकि नेपाली अथवा थाई युवतियों का कद अक्सर छोटा होता है। चेहरा भी गोल सीनी मंगोलियन टच वाला अधिक होता है। ऐसे में अगर नेपाल के मसाजघरों में लम्बे कद की भारतीय लड़कियों की मांग बढ़ती है तो थाईलैंड में भी ऐसी युवतियों की बढ़ी मांग से इंकर नहीं किया जा सकता। फिलहाल काठमांडो के मसाज घरों में इक्का दुक्का लड़कियां काम करती दिखाई भी देती हैं। भविष्य में यह तादाद बढ़ने न पाये, इसका कोई हल निकालना होगा। इस बारे में राष्ट्रीय स्र पर कोई नीति बने इससे पूर्व कम से कम भारत़़-नेपाल सीमा पर सुरक्षा भारतीय एजेंसियों को अत्यधिक चौकस रहना होगा।

Leave a Reply