बेरोजगारी के चलते पकड़े गये दोनों युवक लुटेरा बनने पर हुए मजबूर?
गोलू पांडेय है एक सम्मानित परिवार का सदस्य तो सुमित की सामाजिक छवि साफ-सुथरी, मगर दोनों आर्थिक रूप से कमजोर
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। 27 जनवरी को सिद्धार्थनगर जिले के पथरा थाने के टेढ़ी पुल के पास हुई दिन दहाड़े लूट के प्रकरण में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये अभियुक्त गोलू पांडेय ग्राम बहेरिया 28 वर्ष के हैं तो सुमित श्रीवास्तव ग्राम नेबुआ (दोनों का थाना डुमरियागंज) की उम्र केवल 21 वर्ष है। दिनदाड़े हुई यह लूट जितनी दुस्साहसिक थी, उतनी ही तेजी से लुटेरे युवकों का पकड़े जाने पुलिस का प्रशंसनीय कार्य है। मगर आश्चर्य की बात है कि पकड़े गये युवक पेशेवर अपराधी नहीं थे, उनकी पारिवारिक पृष्टिभूमि भी कभी आपराधिक नहीं रही। ऐसा लगता है बेरोगारी से उपजी हताशा ने उन्हें लूट जैसा कुत्य करने को प्रेरित किया।
पकड़े गये दोनों युवक दोनों सुवकों में गोलू पांडेय गाव के अत्यंत सम्मानित परिवार से हैं। मगर इस समय अर्थिक हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। बहेरिया चौराहे पर उनकी एक छोटी सी दुकान है। जहां प्रतिदिन सौ दो सौ रूपये की बिक्री ही होती है। इसी प्रकार नेबुआ निवासी सुमित श्रीवास्तव की पारिवारिक पृष्टिभूमि भी बहुत स्वच्छ है। सुमित के पिता की दो साल पहले मौत हो चुकी है। परिवार इस समय आर्थिक रूप से परेशान है। 21 वर्षीय सुमित बेरोजगार भी है।
इन दोनों गांवों में इनके बारे में चर्चा करने पर एक बात साफ हो जाती है कि दोनों का अब तक का जीवन बेहद साफ सुथरा रहा है। बहेरिया गांव के कुछ लोग यह जरूर कहते हैं कि गोलू पांडेय को आज कल जिम में बाडी बनाने का शौक चढ़ा हुआ था। मुमकिन है कि वहां गोलू गलत लोगों की संगति में पड़ गया हो। मगर सुमित श्रीवास्तव के बारे में तो ऐसा भी कुछ सुनने को नहीं मिला। ऐसे में लोग यही अनुमान लगा रहे हैं कि शायद बेरोगारी और परिवार के आर्थिक संकट से उपजी हताशा ने इन्हें जरायम की दुनियां में ढकेल दिया होगा।
दूसरी तरफ एसपी डॉ. अभिषेक महाजन ने बताया कि ग्राम बहेरिया शराब भटठी के मुनीम अजय कुमार चौरसिया कलेक्शन की धनराशि लगभग दो लाख रुपये बैग में रखकर बाइक से जमा करने के लिए मॉडल शॉप बांसी के लिए निकले थे। 27 जनवरी को थाना पथरा बाजार क्षेत्र के पथरा-बांसी मार्ग पर स्थित टेढ़िया पुलिया पर देसी तमंचा के बल पर लुटेरों ने लूट लिया था। इस मामले में केस दर्ज किया गया। घटनास्थल का निरीक्षण कर वारदात के अनावरण के लिए विशेष पुलिस टीम एसओजी, सर्विलांस व थाना पथरा बाजार का गठन किया गया। मामले का पर्दाफाश करने के लिए टीम लगी थी।
इसी बीच मुखबिर के द्धारा पुलिस टीम को वारदात में शामिल बदमाशों के बारे में सूचना मिली। पुलिस ने उन्हें सिसवा मोड़ थाना पथरा बाजार से पकड़ लिया। इनके कब्जे से एक तमंचा व एक कारतूस और वारदात में प्रयोग की गई बाइक के साथ 49 हजार 500 रुपये भी बरामद हुये हैं। बता दें कि पकड़े गये दोनों युवकों का कहीं कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिलता। इससे दोनों के गांव वालों की इस बात में सच्चाई झलकती है कि पकड़े गये दोनों ही युवकों ने गरीबी और बेरोजगारी से तंग आकर ही यह आत्मघाती कदम उठाया होगा।