सीडीपीओ कार्यालय भनवापुर में चोरी के पीछे विभाग का हाथ?

February 16, 2025 1:21 PM4 commentsViews: 100
Share news

पचास बोरियों और 101 गत्तों में भरा सामान निकाल कर चोर ले जाते रहे,

मगर खटर पटर की आवा के अलावा सीसीटीवी में कुछ भी नहीं आया नजर

नजीर मलिक

रहस्यमय चोरी की जांच करती त्रिलोकपुर पुलिस

सिद्धार्थनगर। बाल विकास एवं पुष्टाहार कार्यालय विकास खंड कार्यालय भनवापुर में बुध/वृहस्पतिवार की मध्य रात हुई रहस्य चोरी की चर्चा अभी तक थमी नहीं हैं। न ही इस चोरी के बारे में पुलिस को अब तक चोरी का कोई सुराग ही मिली है। जिसस रहस्मय अंदाज में चोरी हुई बताई गई है, उससे लोग बाग में यह चर्चा मजबूत होती जा रही है कि हो न हो इस चोरी के पीछे जरूर किसी विभागीय कर्मी का सीधा हाथ है। इस चोरी में चोरों ने लगभग साढ़े तीन लाख के माल पर हाथ साफ किया है। चोरी के हालात और सामानों का वजन देख कर अपने आप में एक ब़ड़ा सवाल खड़ा हो जाता है।

बताते हैं कि गुरुवार की सुबह विभाग के कर्मी कार्यालय पहुंचे तो उन्हें कार्यालय के गोदाम का ताला टूटा हुआ मिली। सीडीपीओ संजय गुप्ता के मुताबिक मौके पर पहुंचे सीडीपीओ बर्डपुर प्रदीप श्रीवास्तव, सीडीपीओ निर्भय सिंह व अपर सांख्यिकी अधिकारी, बीराम जांच कर स्टाफ का मिलान कराया।  फिर त्रिलोकपुर पुलिस को दी तहरीर में सीडीपीओ संजय गुप्ता ने बताया कि 25 बोरी चने की दाल, 12 क्विंटल चावल व रिफाइंड 101 गत्ता, प्रति गत्ता तीस पैकेट आधा लीटर कुल 1515 लीटर, जिसकी कीमत करीब तीन लाख है, चोरी हो गया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष विजय शंकर सिंह ने बताया कि 11 फरवरी को गोदाम के सत्यापन करने का सूचना मिलती है और 12 फरवरी  की रात में चोरी हो जा रही है। इसलिए मामला संदिग्ध लग रहा है। फिलहाल  अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर छानबीन की जा रही है।

गौर करने की बात है कि पुलिस के लोग खुद ही इस प्रकरण को संदिग्ध मान रहे हैं। इसके अलावा पुलिस ने कार्यालय में लगे सीसीटीवी की  फुटेज को देखा तो उन्हे चौंकाने वाली जानकारी मिली। चोर इतने शातिर थे तथा इस प्रकार गोदाम में गये कि उनकी तस्वीर सीसीटीवी में दिखी ही नहीं। केवल ताला तोड़ने से लेकर अन्य कार्यों से उत्पन्न खटर पटर की आवाज ही आती रही।  सबसे बड़ा सवाल सत्यापन को लेकर है। 13 फरवरी को वरिष्ठ अधिकारी द्धारा स्टाक का सत्यापन किया जाना था, ठीक उससे पूर्व की रात सीसीटीवी के बावजूद गोदाम का ताला टूटना काफी संदेहों को जन्म देता है। क्षेत्र में जनचर्चा है कि निश्चित ही इस पूरे  काडं में किसी विभागीय कर्मी का हाथ है। इसके बिना चोरी को अंजाम देना लगभग असंभव है।

एक अहम सवाल यह है कि इस चोरी में कोई जेवर नकदी जैसा कुछ नहीं था, जिसे चोर अपनी जेब या थैले में रख कर आयानी से भाग जायें, बल्कि इस घटना में बोरों में भरी 12 किवंटल चावल, 25 बोरी बोरी दाल और 101   गत्ता तेल जैसे भारी सामान थे। जिसे निकालने के लिए कई आदमियों की जरूरत पड़ी होगी तथा उसे ले जाने क लिए किसी चार पहिया वाहन की जरूरत भी पड़ी हेगी। लेकिन हैरत है कि रात में चोर आराम से घंटों तक बोरों और गत्तों में भरे वजनी खाद्यान्न को निकाल कर वाहन पर लादते रहे और  सीसीटीवी में कुछ भी कैच नहीं हो  सका, न ही कसेई देख सका। इससे त्रिलोकपुर पुलिस द्धारा चोरी को  संदिग्ध मानने की आशंका काफी मजबूत हो जाती है। इस बारे  में एसओ त्रिलोकपुर विजय शंकर सिंह का कहना है कि वे इस मामले  का शीघ्र पर्दाफाश करने के लिए संकल्पित है। जांच की जा रही है, खुलासा जल्द हो जायेगा।

 

 

Leave a Reply