कर्ज अदा न कर पाने से घर खेत बिकवाने की धमकी पर गरीब महिला ने खाया जहर

March 7, 2025 1:46 PM3 commentsViews: 748
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नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। प्राइवेट फाइनेंस कम्पनियों के जाल में फंसना आपने आप को बरबाद करना है। यह बात एक बार फिर लोटन कोतवाली के लोहरौली गांव में साबित हुई है, जहां कम्पनी के वसूली एजेंट की ज्यादती के चलते एक समूह बनाने के लिए लोन लेने वाली गरीब कर्जदार महिला ने किस्त न जमा होने पर घर खेत बिकने के डर कर जहर खा लिया। इस घटना से एक बार फिर फाइनेंस कम्पयों का मकडजाल सामने आ गया है।

बताया जाता है कि गुरुवार को लोट गांव के लाहरौली गांव की निवासिनी जीरावती देवी के घर कैशपार माइक्रो क्रेडिट बैंक का वसूली कर्मी पहुंचा। उसने जीरावती से लोन की किस्त जमा करने को कहा। जीरावती देवी ने इस बार पैसा न होने तथा अगले सप्ताह देने की बात कही। इस पर तर्क वितर्क हुअ तो जीराबती ने कहा कि वह अब तक लोन की 54 किस्त जमा कर चुकी है। इस बार पैसा नही है। अगली बार दोनों किस्त जमा कर दूंगी। मेरे पति भी बाहर कमाने गये हैंए इसलिए इसबार पैसा नहीं है।

बताते हैं कि इस पर एजेंट गर्म हो गया। उसने धमकी दी। बंधक रखा गया घर-मकान बिकवा देने की भी बात कही। इस धमकी से जीरावती डर गई। वह मकान के अंदर गई जहां कोई जहरीला पदार्थ रखा था, उसे निकाल के लाई और एजेंट के सामने खा लिया। यह देख वसूली एजेंट वहां से फरार हो गया।

घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने तड़प रही जीरावती देवी को एम्बुलेंस के माध्यम से सीएचसी लोटन लाये, वहं उसकी हालत नाजुक देख कर उसे मेकिल कालेज सिद्धार्थनगर रेफर कर दिया गया। जहां महिला का इलाज चल रहा है। मौके पर मौजूद ग्रामीणों का आरोप है कि लोन का पैसे देने में देरी होने पर उसके घर पर कैशपार कंपनी के कर्मचारी ने उक्त महिला को धमकाया यहां तक कि उसके साथ गाली-गलौज भी की। जिसके चलते यह घटना हुई।

इस बारे में महिला के परिजन बुधराम ने कहा कि अगर जीरा देवी की मौत हो गयी तो उसके छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो जायेंगे। इस सम्बन्ध में कोतवाली प्रभारी राजेश गुप्ता का कहना है कि मुझे कोई जानकारी नहीं है न कोई तहरीर ही मिली है। दूसरी तरफ महिला के बेटे निखिल ने बताया कि उसकी मां लगातार किस्त जमा कर रही थीं। यह पहली बार हुआ कि घर पर पैसे नहीं थे।

बता दें कि माइक्रो लोन देने वाली कम्पनियां अक्सर लोन देने के नाम पर कई दस्तावेजों पर हताक्षर करा लेती हैं बाद में उसी के आधार पर वसूली करती हैं और किस्त न जमा होने पर सब कुछ हड़प लेने या बिकवा देने की धमकी भी देती है। जीरावती ने में भी समूह बना कर कुछ काम करने के लिए दो लाख का लोन लिया था। ऐसी महिलाओं के अक्सर घर छोड कर भागने अथवा उत्पीड़न सहने की अनेक घटनायें सामने आ रही हैं। अतः इससे महिलाओं को सावधान रहने की जरूरत है।

 

 

 

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