बसपा में बगावत, इटवा में मुकीम के समर्थन में सैकड़ों समर्थकों ने हाथी की सवारी छोड़ी, आगे भी जारी रहेगी मुहिम
हमीद खान
इटवा, सिद्धार्थनगर। जिले में आज बसपाई सियासत को तगड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद हाजी मुकीम को पार्टी से निकाले जाने के बाद इटवा में उनकेक समर्थकों ने बैठक कर पार्टी छोड़ने की घोषणा की। इनमें कई चेहरे इटवा की सियासत में खासा मुकाम रखते हैं।
मंगलवार को इटवा में मुकीम समर्थक बसपाईयों की बैठक में बसपा और उसकी सुपी्रमों मायावती की खासी आलोचना की गई। बैठक में आरोप लगाया गया कि मायावती द्धारा हाजी मुहम्मद मुकीम को बसपा से निकालने से जिले के हजारों लोगों में गम और गुस्सा है। लिहाजा वह सब पार्टी छोड़ रहे हैं।
पूर्व सांसद मुकीम के कार्यालय पर हुई बैठक के बाद दल छोड़ने वालों के बारे में मीडिया को जारी की गई सूची में जिला पंचायत सदस्य कमाल अहमद, जिला पंचायत सदस्य पति डा. जुबैर अहमद पूर्व प्रमुख मार्कंडेय पांडेय, लाल मोहम्मद पूर्व प्रमुख इटवा, मो. जावेद पूर्व प्रमुख इटवा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य बैतुल्लाह आदि शामिल हैं।
इसके अलावा बसपा कैडर कहे जाने वाले पूर्व विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष राम चरन गौतम, वरिश्ठ बसपा नेता राम संवारे भारती, विधासभा क्षेत्र के महासचिव बंमराम मिश्र, पूर्व बसपा कोषाध्यक्ष रामवृक्ष यादव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी कमाल अहमद, बसपा नेता राम उजागिर चौधरी, राम नरेष पासवान मो. मुनीर ने भी पार्टी को अलविदा कहा है।
इसके अलावा बसपा नेता मो. मुनीर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जुम्मन, बीडीसी जीमल अहमद,बसपा नेता संजय सिंह व महीबुद्दीन समेत कुल 31 लोगों ने पार्टी त्याग करने की घोषणा की है। इस मौके पर आयोजित प्रेस कानफ्रेंस में सूची जारी करने के साथ पूर्व सांसद मुकीम ने बताया कि पूरे जिले में पार्टी छोड़ने की घोषणा किस्तों में होगी। इटवा में अभी और लोग बसपा छोड़ेंगे। इसके बाद जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी त्याग करने वालों की सूची जारी की जायेगी।
इस बारे में पूर्व सांसद मुकीम ने बताया कि अभी उन्होंने किसी दल में शामिल होने का फैसला नहीं लिया है। आगे समर्थकों की बैठक कर रणनीति तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि मायावती की पार्टी में सम्मान के साथ रहना दिन ब दिन मुश्किल हो रहा है। पार्टी सुप्रीमों चापलूसों से घिर चुकी हैं।
याद रहे कि पिछले पखवारे पूर्व सांसद हाजी मुकीम को बसपा से निकाल दिया गया था। उनके स्थान पर हाजी अरशद खुर्शीद को इटवा विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बना दिया गया। इसके बाद से ही मुकीम समर्थकों के पार्टी छोड़ने का अंदाजा लगाया जा रहा था।