नेपाली नागरिकों का आधार कार्ड बनाने का हब बन रहा शोहरतगढ़
निजाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर । शोहरतगढ़ टाउन फर्जी आधार कार्ड बनाने का खास हब बन गया है। नेपाली नागरिकों का फर्जी आधाj कार्ड यहां जम कर बनाया जा रहा है, लेकिन प्रशासन इस तरफ से आंखें मूंदे हुए है। इस खेल में लाखों का वारा न्यारा किया जा रहा है।
अब तो जिसे देखो भाई बिना आधार कार्ड के कुछ काम नहीं चलने वाला है। पहले तो आप की सिलेंडर की सब्सिडी सामान्य रूप से अपने आप खाते में आ जाती थी, परन्तु जैसे ही गैस कंपनियों ने फर्जी गैस सब्सिडी के लिए आधार कार्ड को मान्यता दी, वैसे ही आधार कार्ड बनवाने वालों की लाइन लगनी शुरू हो गई।
बताते चलें कि जहाँ दिसम्बर माह में स्थानीय कस्बे में मात्र एक आधार कार्ड की मशीन थी, वहीं आज हालत यह है कि अब यह कस्बा आधार कार्ड बनाने का हब बन गया है। यही नहीं आधार कार्ड के नामांकन की फीस 110 से 200 रुपये वसूली जा रही है। जबकि यह सेवा निशुल्क है। आधार कार्ड का डिमांड बढ़ने से नेपाली नागरिक भी वहां पहुंचने लगे हैं। यह वो नागरिक हैं, जिन्होंने फर्जी पते पर गैस कनेक्शन ले रखा है। इनकी तादाद हजारों में है।
अब यही नेपाली कनेक्शनधारी अपनी सब्सिडी पाने के लिए शोहरतगढ़ का रुख करने लगे हैं। इनकी तादाद हजारों में बताई जाती है। खबर है टाउन के स्टेट बैंक क्षेत्र के दो दुकानदार इस काम को अंजाम दे रहे हैं। इस कानून विरोधी काम से वह भारी कमाई कर रहे हैं। किसी भी प्रधान या सभासद का हस्ताक्षर बना कर तथा राशन कार्ड में नेपाली नाम डला कर आधार कार्ड बनवा देना इनके बाएं हाथ का खेल है।
सूत्र बताते हैं की इन दिग्गजों का एक रैकट भी खुनुवा बॉर्डर से सटे भारत मूल के नेपाली लोगों में सक्रिय है। इतना सब कुछ एक छोटे से कस्बे में हो रहा है, परन्तु आला अधिकारी इन लोगों पर नकेल कसने के लिए अभी तक कमर नहीं कस पाये हैं। इस सम्बन्ध में जब एस डी एम् शोहरतगढ़ से बात करने की कोशिश की गयी तो उनके नंबर पर संपर्क नहीं हो पाया। सूत्र बताते हें कि जनवरी माह से मार्च के अंत तक लगभग पांच हजार नेपाली नागरिकों के आधार कार्ड जारी हो चुके हैं।