दो माह पहले ब्याही अर्चना ने फांसी लगा कर दी जान, पति से मुहब्बत थी या नफरत? इलाके में चर्चा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बांसी कोतवाली के ग्राम लहरी में निछले 22 फरवरी को ब्याह कर आई अर्चना बदला नाम ने आज ससुराल में फांसी लगा कर जान दे दी। मामले में दहेज उत्पीड़न की शिकायत भी नहीं हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि अर्चना ने आखिर अपनी जान क्यों दी?
आज सुबह घर के कुंडे से लटकी अर्चना की लाश पाई गई। आनन फानन में पास के डिडई गांव में उसके मायके वालों को खबर दी गई। 20 साल की अर्चना के मायके वालों ने दहेज उत्पीड़न जैसी किसी आशंका से इंकार किया है।
खबर है कि अर्चना की शादी के बाद ही उसका पति कमाने के लिए राजस्थान चला गया। उसका ससुर भी बाहर कमाता है। ससुराल में उसकी सास व ननद ही रहती हैं। सुसराल में दहेज आदि की डिमांड जैसी कोई समस्या भी नहीं है। ऐसे में सवाल है, कि उसे जान देने की जरूरत क्यों पड़ी?
पति से मुहब्बत या नफरत
इस घटना के बाद लहरी गांव में अर्चना की आत्महत्या को लेकर चर्चा छिड़ गई है। गांव वाले अनुमान लगाते हैं कि नई शादी होने के बावजूद पति के अचानक परदेस चले जाने का गम अर्चना सहन न कर सकी और उसने जुदाई से उब कर जजबात में जान दे दिया।
नफरत का भी पक्ष मुमकिन
दूसरी तरफ कुछ लोग इस मामले को नफरत की संज्ञा भी दे रहे हैं। गांव में ढके छुपे चर्चा है कि शादी से पहले उसका किसी अन्य से सम्बंध था। वह इसे भुला नहीं पा रही थी, जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया।
जहां तक पुलिस का सवाल है उसने लाश को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजने की तैयारी कर ली है, लेकिन कोई तहरीर न मिलने से उसने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद वह मामले में कुछ कह सकेगी।