शोहरतगढ़ में जीत के लिए हरावल दस्ता बनाने में जुटे जमील सिद्दीकी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जंग के मैदान में आगे बढ़ कर लड़ने वाली टुकड़ी को हरावल दस्ता कहा जाता है। सैन्य विज्ञान से शिक्षा लेकर बसपा उम्मीदवार जमील सिद्दीकी भी आगामी चुनावी जंग में फतह के लिए हरावल दस्ते के गठन में जुट गये हैं। इसके लिए वह पूरे विधानसभा क्षेत्र की खाक छानने में शिद्दत से जुटे हैं।
पखवारा पूर्व बसपा उम्मीदवार बनने के बाद से ही युवा नेता और नगरपालिका चेयरमैन जमील सिद्दीकी लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में घूम रहे हैं। पश्चिम में कठेला का इलाका हो या दक्षिण का कछार या फिर नेपाल से सटा सीमाई इलाका, जमहल सिद्दीकी हर जगह पहुंच कर लोगों से सम्पर्क में लगे हैं।
उनके इस तूफानी दौरे का मुख्य कारण उनकी चुनावी रणनीति है। वह गांवों में लोगों से मिलते हैं, वर्करों को हौसला देते हैं तथा उनमें से किसी ठोस युवक को छांट कर अपने हरावल दस्ते का सदस्य बनाते हैं।
इस दस्ते मे अब तक 5 सौ से ज्यादा नौजवान चिन्हित किये जा चुके हैं। चुनाव में यह युवा हरावल दस्ते के रूप में वोटरों को पक्ष में लाने का काम करेंगे। यह लोग कमजोर, बीमार लोगों को बूथों पर ले जाने का काम भी करेंगें। जरूरत पर उनकी तमाम तरीकों से मदद भी करेंगे।
इसी दौरे के तहत बसपा उम्मीदवार ने क्षेत्र के दौरे के बाद बढ़नी टाउन में अपने समर्थर्कों की बैठक की और बढ़नी ब्लाक में हरावल दस्ते के सदस्यों के चयन पर गंभीर चर्चा भी की। बढ़नी के पूर्व प्रमुख मसूद अहमद उर्फ मस्सू भाई को अपने खेमे में लाना जमील सिद्दीकी की बड़ी कामयाबी बताई जा रही है।
बैठक में इस ब्लाक मे कम से कम 300 युवाओं को मुहिम से जोड़ने की रणनीति बनाई गई। बैठक में मस्सू भाई के अलावा डा. हिफजुर्रहमान, संतोष पासवान, सिंहोरवा पाठक, सैयद भाई, मो. जफर, हरिराम गौतम आदि मौजूद रहे।