चिल्लूपार में भाजपा की रणनीति बदली, टिकट की दौड में स्मिता चंद काफी आगे
एस पी श्रीवास्तव
गोरखपुर। पूर्वी यूपी के गोरखपुर जिले की चर्चित विधानसभा सीट चिल्लूपार में भाजपा उम्मीदवार तय हाने के करीब है। बसपा छोड भाजपा में आये पूर्व मंत्री समेत कई दावेदारों को झटका लग सकता है। पार्टी यहां नये चेहरे पर दाव लगाने के बारे में गंभीरता से सोच रही है।
खबर है कि चिल्लूपार में बसपा उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी को कडी टक्कर और शिकस्त देने के लिए भाजपा नई रणनीति बना रही है। इसके लिए वह स्मिता चंद पर दांव लगाने के लिए गंभीरता से विचार कर रही है।
जनकार बताते हैं कि स्मिता चंद की पैरवी केन्द्र सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री कर रहे हैं। अगर उनकी चली तो सबसे बडा झटका पूर्वमंत्री राजेश त्रिपाठी को लगेगा। वह बसपा छोड. भाजपा में टिकट की शर्त पर ही आये थे।
हांलांकि राज त्रिपाठी के समर्थक उनके टिकट को लेकर आश्वस्त हैं, लेकिन भाजपा की अंदरूनी जानकारी रखने वाले सूत्र फिलहाल टिकट की दौड में स्मिता चंद का ही आगे बता रहे हैं।
कौन हैं स्मिता चंद
स्मिता चंद गोला बाजार क्षेत्र के प्रतिष्ठित चंद परिवार के घराने की हैं। चुनावी संसाधन की दृष्टि से बेहद मजबूत हैं और टिकट मिलने पर दिल खेल कर खर्च कर सकती हैं।
स्मिता चंद एक बार धुरियापार विधानसभा क्षेत्र से निर्दल चुनाव भी लड. चुकी हैं। तब उन्हें आठ हजार मत मिले थे। इस अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा से टिकट पाने पर वह काफी आगे जा सकती हैं।
विनय शंकर का चक्रव्यूह
भाजपा के लिए पहली प्राथमिकता है बसपा उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी को शिकस्त देना। मगर विनय शंकर का चक्रव्यूह भेदना आसान नहीं है। उनके पास ब्राहमण, दलित और मुसलमान वोटो का मजबूत त्रिगुट है। ऐसे में राजेश त्रिपाठी हों या स्मिता चंद, दोनों के लिए उनका व्यूह भेदना कठिन होगा।