प्रत्याशी घोषित करने की रेस में पिछड़ गयी दोनों राष्ट्रीय पार्टियां
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही जिले में सियासी तापमान गरमाने लगा है। चुनाव के मददेनजर जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी बिसात बिछनी भी शुरू हो चुकी है, लेकिन दोनों राष्ट्रीय पार्टियां उम्मीदवार घोषित करने में पिछड गई हैं।
पांचवें चरण यानी 27 फरवरी को होने वाले पांचों विधानसभा क्षेत्रों में सभी दलों के दावेदार अपनी जीत का ताना-बाना बुनने लगे हैं, सिवा कांग्रेस और भाजपा के। क्योंकि इन दलों ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
प्रत्याशियों की घोषणा की रेस में बहुजन समाज पार्टी ने बाजी मारी। उसने काफी पहले ही अपने उम्मीदवारों की घोषित कर दिया था। पिता-पुत्र के की दंगल के बीच समाजवादी पार्टी ने भी चुनाव तिथि की घोषणा के पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी, मगर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के दावेदार अभी असमंजस में है।
जहां तक भाजपा से दावेदारों का सवाल है, तो कपिलवस्तु क्षेत्र से कन्हैया पासवान, श्यामधनी राही आदि अपनी दावेदारी पक्की मान क्षेत्र में घूम रहे हैं। इसी प्रकार शोहरतगढ़ से अमर सिंह चौधरी, गोविंद माधव, सिद्धार्थ चौधरी और राधारमण के बीच गाड़ी फंसी है। इटवा में हरिशंकर सिंह, सतीष द्धिवेदी और सुजाता सिंह ने दावेदारी ठोंक रखी है।
डुमरियागंज सीट से भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नरेन्द्र मणि त्रिपाठी और हियुवा के प्रदेश प्रभारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह टिकट मांग रहे हैं। इसी प्रकार कांग्रेस से भी चुनाव लड़ने की चाहत में कई दावेदार क्षेत्र से लेकर हाईकमान तक गाणित बिठाने में जुटे हैं। बहरहाल चुनाव तिथि घोषित होने के बाद दोनों नेशनल पार्टिंयां की ओर से उम्मीदवारी पक्की न होने से मतदाताओं में उहापोह की स्थिति बनी हुई ळें