vipseat– इटवा में दोनों मौकापरस्त ताकतें बेनकाब, बसपा की लडाई बीजेपी से– अरशद खुर्शीद
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। इटवा विधान सभा से बसपा उम्मीदवार अरशद खुर्शीद ने कहा है कि यहां दो मौका परस्त ताकतें एक हो गयी हैं, इससे दोनों ताकतें जनता के बीच बेनकाब हो चुकी है। हमारी लड़ाई भाजपा से है, इसलिए सेक्यूलर विचार धारा के लोगों को एक साथ आकर भाजपा को शिकस्त देने चाहिए।
कपिलवस्तु पोस्ट से आज एक मुलाकात में बसपा उम्मीदवार अरशद खुर्शीद ने इटवा के हालात पर चर्चा करते हुए कहा कि इस विधान सभा सीट पर हिन्दु और मुसलमानों को लड़ा कर अब तक दो सियासत दान अपना उल्लू सिधा करते रहे। लेकिन मेरे आने के बाद दोनों ने हाथ मिला लिया और मेरे खिलाफ जंग का मोर्चा खोल दिया।
उन्होंने बात चीत में कहा कि इस क्षेत्र में सपा प्रत्याशी और माननीय स्पीकर विधान सभा माता प्रसाद पांडेय जी और दूसरे नेता पूर्व सांसद माननीय मोहम्मद मुकीम के बीच 1989 से जंग चल रही है। इस जंग में घर परिवार तक बंट गये। हजारों लोग जेल गये मगर सियासी मौका परस्ती ने दोनों को एक जुट कर दिया।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों पर सपा विधायक और विधान सभा स्पीकर के जुल्म का रोना रोने वाले पूर्व सांसद हाजी मोहम्मद मुकीम साहब आज उन्हीं के साथ गलबहिंया डाले चल रहे हैं। मेरो सवाल है कि कहां गया मुकीम साहब का मुस्लिम प्रेम घ् उन्होंने सवाल किया कि क्या दोनों नेताओं के मिलने से इटवा में दलित और मुस्लिम का उत्पीड़न रूक जायेगा घ्
अरशद खुर्शीद ने कहा कि मुसलमानों के ठेकेदार बने नेता की अवाज को मुसलमानों ने नकार दिया है। गांव-गांव में उनके खिलाफ अवाजे उठ रहीं है। उन्होंने कहा कि इस बार सपा लड़ाई में नहीं है। बसपा का मुकाबला भाजपा से है। अब सेक्यूलर लोगों को सोचना पड़ेगा कि वह भाजपा को हराने के लिए बसपा को वोंट दे। उन्होंने लोगों से मुस्लिम का चोला ओढे हुए तथाकथित मु स्लिम नेता को सबक सिखाएं और भाजपा को हराने के लिए बहुजन समाज पार्टी को वोंट दें।