खुलासाः वकील साहब के बेटे ने खुद ही रची थी लूट की फर्जी कहानी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिला हेडक्वार्टर के परसा शाह आलम में अधिवक्ता के घर कोई लूट नहीं हुई थी, बल्कि अधिवक्ता के लड़के ने मोबाइल गायब होने के बाद लूट और शारीरिक हिंसा की घटना खुद ही प्लान्ट किया था। इसके बाद से घटना के विरोध में मुख्यालय के वकील पिछले नौ दिन से हड़ताल पर थे।
सीओ सदर अकमल खान ने आज प्रेस वार्ता में बताया कि अधिवक्ता के पन्द्रह साल के बेटे ऋषभ पांडेय ने दस फरवरी को घर में लूट की घटना को खुद ही प्लांट किया था। उसने अपने गुप्तांग में छोटी शीशी डालकर और हाथ बांधकर और घर के सारे सामान बिखेर दिया था।
शाम को माता पिता के घर आने पर उसने बताया कि दिन में चार बदमाश घर पर आये और उसे बांधा तथा उसके गुप्ताांग में इत्र की शीशी घुसेड़ दिया। फिर उसे मार पीट कर घर के अन्दर रखी सत्तरह हजार की मोबाइल लेकर फरार हो गये।
इस वीभत्स कांड के बाद अधिवक्ता ने सदर थाने में लूट का मुकदमा दर्ज कराया और जिले के सारे अधिवक्ता हड़ताल पर चले गये। मामले की गंभीरता देख सदर पुलिस व स्वाट टीम जांच में जुट गयी। परिणाम सामने आया तो लोग सन्न रह गये।
सीओ सदर ने बताया कि जांच के दौरान मोबाइल सर्विलांस के आधार पर मोबाइल ़़ऋषभ के दोस्त के पास हाने की पुष्टि हुई। दोस्त से मिलने पर खुलासा हुआ कि ऋषभ के पास से वो मोबाइल गायब हो गया था। माता पिता को कीमती मोबाइल गायब होने की जानकारी देने के बजाय उसने इतनी बड.ी घटना प्लांट कर पुलिस विभाग और वकीलों का सरदर्द बढा दिया।