समस्या निदान न होने पर 27 फरवरी से आमरण अनशन करेंगी आशाएं
संजीव श्रीवास्तव
सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देते हुए आशा बहुओं ने अपनी समस्याओं को गिनाते हुए उसके निदान के लिए प्रशासन को 26 फरवरी तक का समय सीमा देते हुए 27 फरवरी से आमरण अनशन करने का ऐलान किया है।
एनएच अजनबी शिक्षा ग्राम विकास संस्थान के बैनर तले आयोजित धरने को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय आशा संघ की अध्यक्ष दुर्गेश नंदनी पांडेय एवं संस्थान की प्रदेश अध्यक्ष कामिनी ने कहा कि इस जिले में 23 मदों का पैसा आशा बहुओं को नहीं मिल रहा है। दोनों ने कहा कि जब तक इस मदों का पैसा आशाओं को नहीं मिल पाता है, तो एसएमओं का भी वेतन रोक देना चाहिए।
जिलाध्यक्ष शीला साहनी ने कहा कि काफी समय से आशाएं राज्य कर्मचारी का दर्जा पाने के लिए संघर्ष कर रहीं है। अब इस मसले को लेकर आंदोलन को और धारदार बनाया जायेगा। जोगिया ब्लाक की आशा सुन्दरी ने कहा कि उन्हें पल्स पोलियो में 75 रुपया मिल रहा है, जबकि अन्य स्थानों पर 100 रुपये दिया जाता है। अंत में समस्याओं से संबंधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा गया।
इस अवसर पर सुनीता, आरती, मंजू, कुसुम, मालती, नैनमती, यशोमती, बिंदुूमती, निरुपा, सावित्री, सुनीता, जुवैदा, परवीन, गुड़िया, शांति, दीवान शाह, गीता, अलीमुनिंशा, रीना, सुभावती, विजयलक्ष्मी, शीला, केतकी आदि की उपस्थिति रही।