आबकारी मंत्री राजकुमार जयप्रताप सिंह राजा बने, राजपुरोहित ने सादगी से कराया राज्यभिषेक
दानिश फ़राज़
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। बांसी स्टेट के राजकुमार और प्रदेश के आबकारी मंत्री जयप्रताप सिंह अब राजिुूतार से राजबा बन बये हैं। बांसी के स्वर्गीय राजा बहादुर रुद्र प्रताप सिंह के देहांत के बाद उनके पुत्र कैबिनेट मंत्री राजकुमार जय प्रताप सिंह का कल राज्याभिषेक हुआ। परंपरा के तहत र उनके राजपुरोहित ने उनका राज्याभिषेक कराया। अब वे राजा जयप्रताप सिंह के नाम से जाने जायेंगे।
शनिवार को क्रिया कर्म के बाद कैबिनेट मंत्री राजकुमार जय प्रताप सिंह का विधिवत राज्याभिषेक हुआ।राजपुरोहित बाबा ईश्वरदास ने बताया कि महाराज की अंत्येष्टि के पहले ही अस्थाई रूप से राजा की घोषणा हो जाती है, लेकिन स्थाई रूप से तेरहवीं के बाद ही विधिवत राजतिलक होता है । अब मंत्री जयप्रताप सिंह बांसी के राजकुमार नही राजा जयप्रताप सिहं है और उनके पु़त्र अधिराज सिंह अब राजकुमार की भूमिका में होंगे।
उनके पदवी ग्रहण करने का शुभ महूर्त शाम 5:15 बजे का था, राजतिलक समय पर सम्पन्न हुआ।इस दौरान युवराज अधिराज सिंह, युवराज अभय प्रताप सिंह, जोगी बाबा,नन्हे सिंह,दिनेश बाबा, चिंटू शुक्ला, कमांडर तिवारी, ईश्वरचंद दुबे, अजय कुमार श्रीवास्तव, गुड्डू सिंह, गुड़गुड़ सिंह, अजय सिंह सेहरी, साधना चौधरी, गोपाल तिवारी, सतीश द्विवेदी, राम कुमार कुंवर आदि उपस्थित रहे।
गौर तलब है कि इनका वंश मुलरूप से उत्तराखंड का निवासी है और वह राजपूतों की निकुंभ शाखा से ताल्लुक रखता है। इस वंश के पूर्वजों ने तेरहवीं सदी, यानी सन 1275 के आस पास मगहर राज्य की स्थापना की।१७वीं सदी में मुगलों से पराजय के बाद राजा राम सिंह आदि बांसी आ गये और यहां महल बना कर आपने शेष भूभाग पर राज करने लगे। राजा रतनसेन सिंह इस वंश के देदीप्यमान सितारे के रूप में जाने जाते हैं।