दो भाइयों की हादसे में रहस्यमय मौत, परिजनों ने कहा हत्या की गई, डीएम ने कहा जांच होगी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। ढेबरूआ चौराहे पर हुए दो सगे भाइयों की रहस्मय एक्सीडेंट की घटना ने अब नया मोड़ ले लिया है। परिजनों ने दोनों की मौत को हत्या की सुनियोजित घटना करार दिया है। मंगवार की रात ढेबरुआ क्षेत्र के चौराहे पर कार और जेसीबी की टक्कर में दो भाइयों की मौत से काफी सनसनी फैली हुई है। लोग इस घटना को पचा नहीं पा रहे हैं। सभी इसे हादसा के बजाए साजिश बता रहे हैं। मृतक 30 साल के अवधेश और 27 साल के उनके छोटे भाई धीरेश की मौत को उनके परिजन भी हत्या करार दे रहे हैं। मौके के हालात भी इस हादसे को किसी क्राइम की तरफ ही इशारा करते हैं। बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद मृतक भाइयों के परिजनों ने उधर से गुजर रही डीएम की गाड़ी को रोक दिया और कार्रवाई की मांग की।
दरअसल डेबरूआ चौराहे के पास मंगलवार की शाम अचानक इटवा क्षेत्र के ग्राम गोपलापुर निवासी जेसीबी संचालक अवधेश को किसी ने फोन कर बुलाया। अवधेश अपने भाई धीरेश को लेकर फौरन घर से निकल गया। उसकर ड्राइवर जेसीबी लेकर चल दिया। रात में उनकी जेसीबी की एक कार से टक्कर हुई। जिसमें संचालक और उसके भाई दोनों की मौत हो गई। संदेह का कीड़ा यही से जन्मा। एक बाग में काटे गये पेड़ की जड़ निकालने गई थी जैसीबी तभी यह घटना हुई।
कुछ लोग कहते हैं कि दोनों भाई जेसीबी पर थे। एक चलती कार की टक्कर में जेबीबी पर बैठे दोनों भाई मारे गये। लोगों का कहना है कि कार की टक्कर में जेसीबी सवार का मरना और सवारों का बच जाना अवाभाविक है। जेसीबी बहुत ऊंची और भारी होती है। ऐसे में कार सवारों को कोई क्षति न होना असामान्य बात है। इस घटना में एक युवा पंकज चौबे भी घायल हुए हैं। पंकज शोहरतगझ़ के रहने वाले हैं।
मगर कुछ लोग कहते हैं कि जेसीबी सड़क पर खड़ी थी और मृतक दोनों भाई वहीं खड़े थे। तभी कार की टक्कर हुई और यह हादसा हुआ। इस घटना के बाद जेसीबी का चालक अभी फरार है। अगर वह मिल जाता तो काफी हद तक सच्चाई सामने आ सकती है। इस घटना में कार चालक पंकज चौबे घायल हो कर अस्पताल में हैं। वे अपने किसी दोस्त की कार मांग कर बढ़नी गये थे। उसी से यह हादसा हुआ। कुछ सूत्र यह भी कहते हैं कि यह मामला लकड़ी की अवैध कटान से जुड़ा हुआ है।
बहरहाल बुधवार को जब दोनों शवों का पोस्टमार्टम हो रहा था तभी जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर की गाड़ी वहां से गुजरी। मृतक के परिजन धर्मेंद्र सैनी और राकेश सिंह, सहित हन्नान खान, गुड्डु श्रीवास्तव और सत्यानंद आदि ने उनके वाहन को रोक दिया और घटना को सुनियोजित हत्या की संज्ञा दी और कारर्रवाई की गुहार लगाई। डीएम ने जांच करवाकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इस बीच कुछ देर तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई वाहन जाम में फंस गए। बहरहाल डीएम के अश्वासन के बाद इस कांड की नये सिरे से जांच की संभावना बन गई है। देखिए क्या नतीजा सामने आता है।